Vegetables To Avoid In Summer: गर्मी के मौसम में कुछ सब्जियां सेहत बिगाड़ सकती हैं। जानिए कौन-सी 5 सब्जियां हैं जिन्हें भीषण गर्मी में खाने से बचना चाहिए।
Vegetables To Avoid In Summer: गर्मी का मौसम जितना तपता है, उतना ही शरीर को भी संभालना जरूरी हो जाता है। इस मौसम में खानपान में थोड़ी सी लापरवाही भी आपको बीमार कर सकती है। खासकर कुछ सब्जियां ऐसी होती हैं, जिन्हें गर्मियों में खाने से शरीर में गर्मी बढ़ जाती है और पेट से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं। आइए जानते हैं, ऐसी 5 सब्जियों के बारे में जिन्हें भीषण गर्मी में खाने से बचना चाहिए।
कटहल स्वाद में तो बहुत अच्छा होता है, लेकिन गर्मियों में इसका सेवन आपके पाचन तंत्र को बिगाड़ सकता है। कटहल को पचाना थोड़ा मुश्किल होता है और इससे पेट में गैस, अपच और भारीपन की समस्या हो सकती है। गर्मी में इसका असर शरीर में गर्मी बढ़ाने वाला माना जाता है, इसलिए इसे गर्मियों में खाने से परहेज करना बेहतर होता है।
फूलगोभी ठंड के मौसम में ज्यादा खाई जाती है क्योंकि यह उस मौसम में शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाती। लेकिन गर्मियों में इसे खाने से पेट फूलना, गैस बनना और अपच जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। इसमें ऐसे तत्व होते हैं जो पाचन को धीमा कर देते हैं। भीषण गर्मी में फूलगोभी से दूर रहना ही ठीक है।
बैगन को आयुर्वेद में गर्म तासीर की सब्जी माना गया है। गर्मियों में इसका ज्यादा सेवन करने से शरीर का तापमान बढ़ सकता है, जिससे चक्कर आना, थकान या सिरदर्द जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। खासकर जिन लोगों को पहले से स्किन एलर्जी या पित्त की समस्या है, उन्हें बैगन से दूरी बना लेनी चाहिए।
अरबी भी गर्म तासीर वाली सब्जियों में आती है। इसमें स्टार्च की मात्रा अधिक होती है, जिससे पेट भारी लग सकता है। गर्मी में अरबी खाने से कब्ज, पेट दर्द और एसिडिटी की समस्या होने की आशंका बढ़ जाती है। अगर आप अरबी खाना भीचाहें तो सीमित मात्रा में ही खाएं और खाने के बाद ढेर सारा पानी पिएं।
शलजम सर्दियों की सब्जी है और इसकी तासीर भी गर्म होती है। गर्मियों में इसका सेवन शरीर में गर्मी पैदा कर सकता है और अत्यधिक पसीना आ सकता है। यह ब्लड प्रेशर को भी प्रभावित कर सकती है। इस मौसम में शलजम से दूरी बनाना ही ठीक रहेगा।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।