
एलटी ग्रेड परीक्षा में नकल माफिया की लगी सेंध, एसटीएफ ने 46 को लिया हिरासत में
लखनऊ. एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा को नकलविहीन और शांति पूर्ण माहौल में आयोजित कराने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय अग्रवाल और अपर पुलिस महानिदेशक आनंद कुमार ने कड़े नियम बनाए। बावजूद इसके परीक्षा में यूपी स्पेशल टास्क फोर्स ने 46 अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है। परीक्षा में धांधली करने के मामले में उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने प्रदेश से 46 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इनमें धांधली करने वालों के साथ दलाल भी शामिल हैं।
लखनऊ से हिरासत में लिए गए 10
इनमें से ज्यादातर लखनऊ और इलाहाबाद से पकड़े गए हैं। जालसाजों को परीक्षा से पहले ही कन्नौज, लखनऊ और इलाहाबाद से पकड़ा गया है। पकड़े गए जालसाजों से पूछताछ की जा रही है। गिरफ्तार लोगों में 10 लखनऊ के हैं। वहीं 7 इलाहाबाद और 1 कन्नौज में गिरफ्तार किया गया है। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा 39 जिलों में आयोजित की जा रही है।परीक्षा में कुल 763317 अभ्यर्थी 10768 पदों के लिए शामिल होंगे।
कड़े नियमों के साथ परीक्षा आयोजित
परीक्षा केंद्रों के आवंटन को लेकर काफी आरोप लगे हैं। आयोग ने परीक्षा के लिए दिशा-निर्देश जारी किया गया है। आयोग के अनुसार परीक्षा में छात्रों को ग्राफ शीट, कैलकुलेटर, स्लाइट रूल्स, मोबाइल फोन, पेजर, जूते मोजे और इलेक्ट्रानिक डिवाइस लाना प्रतिबंधित है। इसके अलावा अभ्यर्थियों को परीक्षा में जूते मोजे की जगह चप्पल पहन कर आने के निर्देश दिए गए हैं।
हर साल आयोजित होगी परीक्षा
प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा और शिक्षक भर्ती परीक्षा हर साल आयोजित की जाएगी। बेसिक शिक्षा विभाग ने हर साल एक निर्धारित माह में परीक्षा कराकर अप्रैल तक शिक्षकों की कमी दूर करने की तैयारी की है। विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रभात कुमार ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि टीईटी का परिणाम आने के बाद हर साल एक निर्धारित समय और महीने में रिक्त पदों पर सहायक अध्यापकों की भर्ती कराई जाएगी। इस व्यवस्था के लागू होने के बाद हर साल मार्च तक शिक्षकों का चयन कर अप्रैल तक उन्हें नियुक्ति दी जाएगी।
Published on:
29 Jul 2018 12:15 pm
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