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यूपी 112 पर बढ़ा 75 प्रतिशत भार, रोजाना आ रही 25000 कॉल, कंट्रोल रूम में पत्नियां करती हैं पति की चुगली

यूपी 112 पर कॉल्स का लोड पहले के मुकाबले 75 प्रतिशत बढ़ गया है। लॉकडाउन के समय में हर दिन यूपी 112 पर हजारों कॉल्स आ रही हैं

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यूपी 112 पर बढ़ा 75 प्रतिशत भार, रोजाना आ रही 25000 कॉल, कंट्रोल रूम में पत्नियां करती हैं पति की चुगली

यूपी 112 पर बढ़ा 75 प्रतिशत भार, रोजाना आ रही 25000 कॉल, कंट्रोल रूम में पत्नियां करती हैं पति की चुगली

लखनऊ. यूपी 112 पर कॉल्स का लोड पहले के मुकाबले 75 प्रतिशत बढ़ गया है। लॉकडाउन के समय में हर दिन यूपी 112 पर हजारों कॉल्स आ रही हैं। इसके चलते वेटिंग पर रहने वाली करीब 16 प्रतिशत कॉल्स हर दिन ड्रॉप हो रही हैं। हांलांकि, बढ़े हुए लोड को संभालने के लिए यूपी 112 में और संसाधन जुटाए जा रहे हैं। वाट्सऐप मैसेज के लिए सॉफ्टवेयर खरीदा जाएगा ताकी किसी की भी शिकायत अनसुनी न रह जाए।

यूपी-112 की तरफ से शनिवार को अपील की गई थी कि पीड़ितों की मदद के लिए लोग संपर्क कर सकते हैं। रविवार को इस संबंध में 11 सौ से ज्यादा कॉल आईं। इन सभी की जानकारी होने पर पुलिस इनसे संपर्क कर मदद पहुंचाएगी।

25 हजार कॉल रोजाना हो रही रिसीव

एडीजी (यूपी-112) असीम अरुण के अनुसार रोजोना करीब 25 हजार कॉल रिसीव होती हैं। पहले यह संख्या 15 से 16 हजार थी। अब ओवरलोड होने के कारण 16 प्रतिशत वेटिंग के कारण ड्रॉप हो रही है। इस स्थिति से निपटने के लिए 106 महिला रिक्रूट्स को प्रशिक्षण दिलवाकर कॉल रिसीव करने के लिए लगाया जाएगा। वाट्सऐप पर भी हजारों मैसेज आते हैं। एक नबर पर इतने सारे मैसेज पढ़ना मुमकिन नहीं। इसलिए वॉट्सऐप बिजनेस एपीआई सॉफ्टवेयर खरीदा जा रहा है। इससे एक ही नंबर पर आने वाले मेसेजस को 50 से 100 लोगों के फोन पर डिलिवर किया जा सकता है। मेसेज पढ़ने के लिए टीमों को लगाया जाएगा।

राशन की मदद के लिए सबसे ज्यादा कॉल

यूपी 112 पर सबसे ज्यादा कॉल खाने के सामान के लिए मदद मांगने के लिए की गई है। रविवार को 11,334 में से 5638 कॉल सिर्फ राशन से संबंधित थी। 2052 कॉल संदिग्ध संक्रमितों से जुड़ी थी। ट्रांसपोर्ट से जुड़ी मदद के लिए 991 कॉल आईं, जबकि 164 लोगों ने तय कीमत से अधिक पर सामान बेचे जाने की शिकायत की।

कंट्रोल रूम में होती है पतियों की शिकायत

कंट्रोल रूम में पत्नियां अपने-अपने पतियों की शिकायत कर रही हैं। मेरठ रोड पर बने कोरोना कंट्रोल रूम में पत्नियां फोन कर बताती हैं कि कैसे उनके पति बाहर निकलकर लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं। उनका तर्क है कि पति किसी न किसी बहाने से बाहर निकलते हैं। इससे उनके किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने का डर रहता है। बार-बार मना करने पर भी वह नहीं मानते। महिलाओं का कहना है कि कभी सामान खरीदने के बहाने तो कभी किसी और बहाने उनके पति घंटों बाहर रहते हैं। कोरोना कंट्रोल में महिलाओं की तरफ से आने वाली इन शिकायतों को गंभीरता से लेकर उनके पतियों को फोन करके अलर्ट किया जा रहा है, ताकि लॉकडाउन को पूरी तरह से सफल बनाया जा सके।

लखनऊ स्थित एक महिला ने कंट्रोल रूम में शिकायत कर बताया कि उनके पति तीनों टािम बाहर रहते हैं। मना करने पर भी नहीं मानते। इसलिए तंग आकर उन्होंने कंट्रोल रूम में शिकायत कर दी। कंट्रोल रूम से उनके घर का एड्रेस और पति का फोन नंबर लिया गया। साथ ही कहा गया कि अगर कल से बाहर निकलें तो फोन करके जरूर बताएं। कंट्रोल रूम की तरफ से उनके पति को फोन करके बाहर निकलने से रोका गया है।