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महागठबंधन में शामिल होगी आम आदमी पार्टी! अखिलेश इतनी सीटें देने को राजी, कांग्रेस पर संशय

बसपा को 43-47, कांग्रेस को 02 और आप को 01 सीट देने पर समाजवादी पार्टी...

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लखनऊ

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Hariom Dwivedi

Sep 08, 2018

2019 loksabha chunav

महागठबंधन में शामिल होगी आम आदमी पार्टी, सपा एक सीट देने को राजी, कांग्रेस पर संशय

लखनऊ. आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिये आम आदमी पार्टी भी महागठबंधन में शामिल हो सकती है। समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल पहले से ही साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं। कांग्रेस की स्थिति अभी हां ना-हां ना की है, लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी यूपी में बीजेपी के खिलाफ गठित हो रहे मोर्चे में शामिल होने को तैयार है।

हाल ही में सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव और आप के वरिष्ठ पदाधिकारियों के बीच बैठक हुई, जिसमें वरिष्ठ सपा नेता ने दिल्ली से सटे नोएडा या गौतमबुद्धनगर सीट आप को देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव आप को एक से ज्यादा सीटें नहीं देना चाहते, जबकि केजरीवाल की पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी, सहारनपुर, अलीगढ़, सुलतानपुर और नोएडा समेत पांच सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है।

सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि बीजेपी को हराने को हो रहे गठबंधन में आप पार्टी को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गठबंधन का खाका लगभग तैयार हो चुका है, जिसमें आम आदमी पार्टी को पश्चिमी यूपी की नोएडा/गौतमबुद्धनगर सीट दी जा सकती है।

2014 में आप का प्रदर्शन
2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी, गाजियाबाद और नोएडा को छोड़कर यूपी की अन्य लोकसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी के कैंडिडेट अपनी जमानत भी नहीं बचा सके थे। नोयडा लोकसभा सीट पर आप प्रत्याशी किशन पाल सिंह को 32,348 वोट मिले थे, जिन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी रमेश तोमर (12,708) को पीछे छोड़ दिया था, वहीं गाजियाबाद से आप प्रत्याशी शाजिया इल्मी को 89,125 वोट पाकर तीसरे नंबर पर रही थीं। इस सीट पर सपा के सूधन कुमार दूसरे नंबर पर रहे थे।

बसपा को 40 से अधिक सीटें!
सूत्रों की मानें तो समाजवादी पार्टी जहां कांग्रेस को दो से ज्यादा सीटें नहीं देना चाहती, वहीं बसपा को 43-47 सीटें तक देने को तैयार है। इनमें पूर्वी उत्तर प्रदेश की आजमगढ़, बलिया, सलेमपुर, गाजीपुर और मछली शहर जैसी वे सीटें शामिल हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी 34 और समाजवादी पार्टी 31 सीटों पर दूसरे नंबर पर रही थी। वहीं, कांग्रेस 06 सीटों पर, रालोद और आम आदमी पार्टी एक-एक सीट पर दूसरे नंबर पर रही थी।

अकेले भी चुनाव लड़ने को तैयार कांग्रेस
कांग्रेस पार्टी महागठबंधन में शामिल होने की इच्छुक तो है, लेकिन मामला सीटों के बंटवारे पर फंस रहा है। सपा यूपी में कांग्रेस को दो ज्यादा सीटें नहीं देना चाहती, जबकि कांग्रेस पार्टी 15 से कम सीटों पर मानने को तैयार नहीं है। सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा कि अखिलेश यादव महागठबंधन में कांग्रेस को अमेठी और रायबरेली के अतिरिक्त लोकसभा की अन्य सीटें नहीं देना चाहते। यूपी कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने कहा कि भले ही कांग्रेस ने समान विचारधारा वाले दलों की ओर महागठबंधन के लिए हाथ बढ़ाया है, लेकिन पार्टी अकेले भी चुनाव में उतरने को तैयार है। कांग्रेस नेता के इस बयान को अन्य दलों पर दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर भी देखा जा रहा है।