
एक तरफ ओम प्रकाश राजभर BJP से नजदीकियां बढ़ाने में लगे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उन्ही के पार्टी के विधायक पर ED और यूपी पुलिस ताबड़तोड़ कार्यवाई कर रही है।
पूर्वांचल में सियासी रसूख को अपने पाले में करने की जद्दोहद
यहां मामला सियासी रसूख का है। डेढ़ साल बाद 2024 में लोकसभा चुनाव है। अंसारी परिवार पूर्वांचल में विक्टिम कार्ड के जरिए वोटों की इमोशनल लाबिंग कर रहा है तो वहीं योगी आदित्यनाथ उनके हर चाल को फेल करके पूर्वांचल में BJP के जीत का रास्ता साफ कर देना चाहते हैं।
Enforcement Directorate यानी प्रवर्तन निदेशालय ने प्रयागराज की जिला अदालत में सुनवाई के दौरान विधायक अब्बास अंसारी की 14 दिन की कस्टडी की मांग की थी । ईडी का तर्क है कि अब्बास अंसारी से कई बिंदुओं पर पूछताछ की जानी है।
इसके लिए 14 दिन की रिमांड जरूरी है। जिला शासकीय एडवोकेट गुलाब चंद्र अग्रहरि ने मीडिया को ये बातें बताईं।
ED ने रिमांड के लिए दी दलील, अब्बास को कई जगह लेकर जान पड़ सकता है
ED की तरफ से यह भी बताया गया कि मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को लेकर गाजीपुर और मऊ के अलावा दूसरी जगह पर भी जाना पड़ सकता है, इसके लिए रिमांड की जरूरत है। उधर, अब्बास अंसारी की तरफ से भी कोर्ट में शनिवार को एप्लीकेशन पेश किए गए थे।
पहले एप्लीकेशन में सुरक्षा के पुरे इंतजाम की मांग की गई है जबकि दूसरे में कहा गया है कि ED द्वारा पूछताछ उनके वकील की मौजूदगी में ही होनी चाहिए। दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया गया था। इस मामले में फैसला देते हुए कोर्ट ने 7 दिन की रिमांड दी है।
लंबी पूछताछ के बाद विधायक अब्बास की हुई थी गिरफ्तारी
यह सुनवाई जिला जज संतोष राय की कोर्ट में हुई है। आपको बताते चलें कि SBSP के विधायक अब्बास अंसारी को 9 घंटे की पूछताछ के बाद अरेस्ट कर लिया गया था। विधायक अब्बास अंसारी को मनी लॉन्ड्रिंग केस में अरेस्ट किया गया है।
उनके प्रशंसकों में यह आशंका बनी हुई है कि अब्बास की गिरफ्तारी के बाद परिवार के दूसरे सदस्यों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा सकती है। कुछ दिन पहले ही ED ने अब्बास और उसकी मां अफशां अंसारी के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया था।
Published on:
05 Nov 2022 06:55 pm
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