हैरानी की बात ये है कि लखनऊ में पहले भी इस तरह के बवाल और प्रदर्शन हो चुके हैं बावजूद इसके लखनऊ पुलिस ने उन प्रदर्शनों से कोई सबक नहीं लिया और नतीजा सबके सामने है, करीब 4 घंटे तक हाई कोर्ट की तरफ जाने वाले करीब करीब हर रास्ते बंद कर दिए गए थे जिन्हें बाद में किसी तरह रेगुलेट किया गया, जिसकी वजह से पुराने लखनऊ में लोग घंटों जाम में फसे रहे, लखनऊ पुलिस ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाने और दंगा भड़काने के आरोप में अज्ञात लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है लेकिन जिस तरह से कानून के रखवालों ने सरेआम सड़क पर कानून का मजाक बनाया वो निश्चित ही गंभीर सवाल ज़रूर खड़े करता है।