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लखनऊ की बिगड़ी आबोहवा : कॉमर्शियल इलाकों से ज्यादा प्रदूषित हैं रिहायशी क्षेत्र

आईआईटीआर की पोस्ट मानसून रिपोर्ट में हुआ खुलासा.

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लखनऊ की बिगड़ी आबोहवा : कॉमर्शियल इलाकों से ज्यादा प्रदूषित हैं रिहायशी क्षेत्र

लखनऊ. उप्र की राजधानी लखनऊ की हवा बहुत जहरीली हो गयी है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि राजधानी के कॉमर्शियल इलाकों की तुलना में यहां की रिहायसी क्षेत्र की आबोहवा बहुत खराब है। इसकी वजह खराब कूड़ा-प्रबंधन है। यह खुलासा हुआ है इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्सोलॉजी रिसर्च यानी आईआईटीआर की पोस्ट मानसून रिपोर्ट में।
आईआईटीआर की रिपोर्ट की मानें तो हाल के महीनों में लखनऊ के रिहायशी इलाकों की हवा में प्रदूषण की मात्रा में काफी बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट के अनुसार लखनऊ के 9 सबसे ज्यादा प्रदूषित इलाकों ( जिसमें 4 रिहायशी, 4 कॉमर्शियल और 1 इंडस्ट्रियल इलाके शामिल हैं) में इंदिरानगर सबसे प्रदूषित क्षेत्र है। इंदिरानगर में पीएम 10 की मात्रा 226.8 है जो कि लखनऊ के 9 सबसे ज्यादा प्रदूषित इलाकों में सबसे ज्यादा है। वही पीएम 2.5 की सबसे ज्यादा मात्रा चारबाग में है। रिपोर्ट के अनुसार 4 सबसे ज्यादा प्रदूषित रिहायशी इलाकों में से 3 में पीएम 2.5 और 10 कि मात्रा कॉमर्शियल इलाकों से ज़्यादा है। इन तीन रिहायशी इलाकों में पीएम 10 की मात्रा 200 और पीएम 2.5 की मात्रा 100 को पार गयी है। सभी आंकड़े निर्धारित आंकड़ों से लगभग दोगुने हैं।

निमार्ण बढ़ोतरी और खराब सडक़ें जिम्मेदार
वरिष्ठ वैज्ञानिक यस.सी बारमन ने रिहायशी इलाकों के बढ़ते प्रदूषण को चिंताजनक बताया है। उन्होंने प्रदूषण के बढ़ते स्तर के लिए निर्माण में बढ़ोतरी और वाहन प्रदूषण के अलावा खराब सडक़ों और खुले में कचरे को जलाने को जिम्मेदार माना है।
आईआईटीआर के निदेशक आलोक धवन कहते हैं कि इस रिपोर्ट से यह साफ पता चलता है कि पूरा शहर गंभीर प्रदूषण की चपेट में है। रिहायशी इलाकों में पीएम 10 और 2.5 की मात्रा इंदिरानगर के बाद विकासनगर, अलीगंज और गोमतीनगर में ज्यादा पायी गयी है। वही कॉमर्शियल इलाकों में पीएम 10 की मात्रा आलमबाग में सबसे ज्यादा है।

अलीगंज में है सबसे ज्यादा शोर
रिपोर्ट में सितंबर और अक्टूबर में अलीगंज को दिन में सबसे ज्यादा शोर वाला रिहायशी इलाका बताया गया है। इस दौरान यहां शोर 79.9 डेसिबल था। इसके बाद गोमतीनगर, इंदिरानगर और विकासनगर सबसे ज्यादा शोर वाले इलाकों के रूप में चिन्हित किये गए हैं। यहां शोर क्रमश: 71.5,70.9,66.3 डेसिबल है। कॉमर्शियल इलाकों में अमीनाबाद सबसे ज्यादा शोर वाला इलाका है। जबकि, इसके बाद चारबाग,चौक और आलमबाग सबसे ज्यादा शोर वाले इलाके हैं। रात के समय रिहायशी इलाकों में इंदिरानगर सबसे ज़्यादा ध्वनि प्रदूषण से युक्त है। यहां ध्वनि की मात्रा रात में 60.3 डेसिबल रिकॉर्ड की गयी थी। इसके बाद अलीगंज, विकासनगर और गोमतीनगर में ध्वनि प्रदूषण की मात्रा 50 डेसिबल से अधिक थी। वही कॉमर्शियल इलाकों में रात के समय चौक में सबसे ज्यादा शोर होता है। यहां रात के समय शोर 72.5 डेसिबल तक नोट किया गया।