
Flight File Photo
उत्तर प्रदेश वालों को हवाई सफर करने के लिए अपनी जेब ढीली करनी पड़ सकती है। अब सड़क के साथ-साछ हवाई सफर भी महंगा हो सकता है। सरकारी तेल कंपनियों ने फिर से हवाईं ईंधन के दाम बढ़ा देने का फैसला किया है। पांच फीसदी कीमतों के साथ बढ़त की गई है। इस बढ़ोत्तरी के बाद विमान ईंधन की कीमतें रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई हैं। बता दें कि 2022 में विमान ईंधन की कीमतों में ये 10वीं बार इजाफा हुआ है। दाम में बढ़त की वजह कच्चे तेल के प्राइस बढ़ना बताए जा रहे हैं।
कच्चे तेल का दाम बढ़ना है वजह
बता दें ग्लोबल लेवल पर कच्चे तेल के दामों में उछाल का असर विमान ईंधन पर भी पड़ा है। सरकारी तेल कंपनियों ने एटीएफ की कीमतों में 5 फीसदी की बढ़ोतरी की है। राजधानी लखनऊ में एटीएफ का दाम 123,039.71 रुपये प्रति किलोलीटर यानि (123 रुपये लीटर) पर पहुंच गया है।
15 दिनों पर होती है दामों की समीक्षा
बता दें कि सरकारी तेल कंपनियां हर महीने की 1 और 16 तारीख को होता है विमान ईंधन की कीमतों की समीक्षा करती हैं। इस वर्ष 1 जनवरी के बाद से हवाई ईंधन 62 फीसदी के करीब महंगा हो चुका है।
फ्लेक्सी सिस्टम भी प्राइस बढ़ने की वजह
कोरोना वैक्सीनेशन के बाद से लोगों में यात्रा विश्वास बढ़ा है। टिकट डिमांड बढ़ी है। यही वजह से फ्लेक्सी सिस्टम होने की वजह से यात्री संख्या बढ़ने के साथ ही किराए में इजाफा हो रहा है। बता दें कि फ्लेक्सी सिस्टम में जैसे -जैसे टिकट बुकिंग बढ़ती जाती है, वैसे किराया भी बढ़ता जाता है। यह सिस्टम मांग के हिसाब से टिकट कीमत को बढ़ाता है। वहीं विमानन कंपनियों का कहना है कि उन पर लागत दबाव बढ़ा है। एविएशन टर्बाइन फ्यूल की कीमत में लगातार इजाफा हुआ है, इसके मुकाबले किराए में बढ़ोतरी काफी कम है।
कीमतों में 50,938 रुपये की बढ़ोतरी
हवाई यात्रियों पर महंगे ईंधन का बोझ किस कदर बढ़ रहा है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सरकार ने साल 2022 में जनवरी से अब तक हवाई ईंधन की कीमतों में 50,938 रुपये की बढ़ोतरी की है। पिछले साढ़े चार महीने में ही हवाई ईंधन की कीमतों में 61.7 फीसदी की बढ़ोतरी की जा चुकी है। 2022 की शुरुआत में एटीएफ का मूल्य 72,062 रुपये प्रति किलोलीटर था, जो अब बढ़कर 1.23 लाख रुपये पहुंच गया है।
Updated on:
17 May 2022 01:28 pm
Published on:
17 May 2022 12:00 am
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