अखिलेश यादव की लाख कोशिशों के बावजूद समाजवादी पार्टी का गठबंधन फॉर्मूला फ्लॉप रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले पुरानी अदावत को भुलाकर बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन करने वाले अखिलेश यादव को न तो अपेक्षित परिणाम मिले और न ही गठबंधन चला। गठबंधन के तहत सपा ने 37 और बसपा को 38 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन उम्मीदों के मुताबिक परिणाम नहीं आये। सपा 05 सीटों से आगे नहीं बढ़ सकी और बसपा को 10 सीटों पर जीत हासिल हुई। चुनाव परिणाम के बाद सपा-बसपा गठबंधन भी टूट गया और दोनों दल अलग-अलग उपचुनाव की तैयारियों में जुट गये। इससे पहले भी 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा ने कांग्रेस संग गठबंधन किया था। गठबंधन के तहत सपा ने 298 और कांग्रेस ने 105 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। उस वक्त अखिलेश यादव सपा के और राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष थे। यह भी गठबंधन सफल नहीं रहा। उस चुनाव में समाजवादी पार्टी 47 और कांग्रेस पार्टी महज सात सीटों पर सिमट गई। इसके बाद सपा-कांग्रेस की राहें जुदा हो गईं।