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उपचुनाव के लिए अखिलेश यादव ने किए चार प्रत्याशियों के ऐलान, मुलायम की है इलेक्शन पर नजर

एक के बाद एक होते प्रत्याशियों के ऐलान से पार्टियों में रणनीतियां बनती जा रही है।

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लखनऊ

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Abhishek Gupta

Sep 06, 2019

akhilesh yadav

akhilesh yadav

लखनऊ. हमीरपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख के ऐलान के बाद से प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर हलचल देखने को मिल रही है। वहीं अन्य 12 सीटों पर एक के बाद एक होते प्रत्याशियों के ऐलान से पार्टियों द्वारा रणनीतियां भी बनाई जा रही हैं। वहीं समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) भी पार्टी के लिए रणनीतिकार की भूमिका निभा रहे हैं। सूत्रों की मानें, तो सभी 13 सीटों पर प्रत्याशियों के लिए वह पार्टी पधाकारियों के साथ मंथन कर रहे हैं। अभी तक सपा की ओर से चार प्रत्याशियों का ऐलान हो चुका है। इनमें हमीरपुर, फिरोजाबाद की टूण्डला, सहारनपुर की गंगोह, बहराइच से बसला सीट शामिल है। सपा ने शुक्रवार को ही बहराइच की बलहा सीट पर कैंडिडेट घोषित किया है।

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इन चार प्रत्याशियों का हुआ ऐलान-
शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने बहराइच (Bahraich) की बलहा (Balha) विधानसभा उप चुनाव के लिए किरन भारती (Kiran Bharti) को अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया है। इससे पूर्व फिरोजाबाद (Firozabad) की टूण्डला (Tundla) विधानसभा सीट से महाराज सिंह धनगर, तो हमीरपुर (Hamirpur) से डॉ. मनोज कुमार प्रजापति (Manoj Kumar Prajapati) के नाम की घोषणा हुई थी। वहीं बीते शनिवार को सपा ने तीसरा प्रत्याशी घोषित करते हुए सहारनपुर (Saharanpur) की गंगोह (Gangoh) विधानसभा सीट से चौधरी इंद्रसेन (Chaudhary Indrasen) को टिकट दिया था।

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समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को ट्रैक पर लाने के लिए मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) इन दिनों लगातार कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो वह संगठन के फैसलों में भी अपनी महत्वपूर्ण राय दे रहे हैं और उपचुनाव (by election) में भी वह खासी रुचि दिखा रहे हैं। दरअसल 2019 लोकसभा चुनाव (Lok Sabha election) में सपा-बसपा (SP-BSP alliance) गठबंधन से मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) खुश नहीं थे। और चुनाव में मिली हार व बसपा (BSP) सुप्रीमो मायावती (Mayawati) के हाथ छटकने के बाद से वे और भी नाराज हैं। फिलहाल अब मुलायम की आगामी उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों पर पैनी नजर है।