
विदेश यात्रा से लौटे अखिलेश यादव, सामने हैं ये बड़ी चुनौतियां
लखनऊ. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव विदेश यात्रा से वापस आ चुके हैं। लोकसभा चुनाव से पहले कई चुनौतियां उनके इस्तकबाल को खड़ी हैं। अखिलेश यादव जब से विदेश गये हैं, गठबंधन की प्रगति वहीं की वहीं हैं। गठबंधन के लिये अखिलेश अपनी चिर-प्रतिद्वंदी मायावती के जूनियर पार्टनर बनने को भी तैयार हैं, लेकिन बसपा सुप्रीमो पहले ही स्पष्ट कर चुकी हैं कि सम्मानजक सीटें मिलने पर ही गठबंधन करेंगी। माना जा रहा है कि अखिलेश यादव जल्द ही गठबंधन की सीटों को बंटवारा करेंगे।
राजनीतिक जानाकारों का मानना है कि अखिलेश यादव के सामने फिलहाल सबसे बड़ी चुनौती गठबंधन की सीटों का बंटवारा और सपाइयों को एकजुट रखने की है। क्योंकि मायावती 40 सीटों से कम पर मानने को तैयार नहीं हैं। गठबंधन में कांग्रेस और रालोद व अन्य को मिलाकर 10 सीटें भी देनी पड़ीं तो समाजवादी पार्टी के हिस्से में 30 सीटें ही आएंगी। इसका मतलब साफ है कि अखिलेश यादव को बड़ी संख्या में सपाइयों के टिकट काटने होंगे। ऐसे में नाराज सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को पार्टी में रोके रखना और बसपा व दूसरे सहयोगी दलों के प्रत्याशियों को जिताने के लिये उन्हें तैयार करना अखिलेश के सामने अहम चुनौती होगी।
उपचुनाव से जुदा होंगे हालात
गोरखपुर-फूलपुर के बाद कैराना व नूरपुर उपचुनाव में जीत के बाद से समाजवादी पार्टी भले ही उत्साहित हो, लेकिन इस तथ्य को अखिलेश यादव भी जानते हैं कि लोकसभा चुनावों के हालात उपचुनावों से बिल्कुल जुदा होंगे। दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी भी सपा-बसपा गठबंधन को फेल करने के लिये पूरी ताकत झोंके हुई है। अमित शाह ने यूपी में फिर मोदी लहर लाने के लिये सॉलिड प्लान तैयार कर लिया है। प्लान के मुताबिक, जुलाई में ही प्रधानमंत्री ताबड़तोड़ यूपी दौरे पर रहेंगे, वहीं लोकसभा चुनाव तक हर महीने सूबे में उनकी रैली होगी।
अखिलेश ने शुरू की चुनावी तैयारियां
विदेश यात्रा से लौटते ही अखिलेश यादव चुनावी तैयारियों में जुट गये हैं। इस महीने वह कई जिलों के दौरे पर जाएंगे, जिसके लिये पार्टी होमवर्क कर रही है। अखिलेश का मध्य प्रदेश दौरा भी इसी महीने 19-20 जुलाई को प्रस्तावित है, जहां वह विधानसभा की तैयारियों का जायजा लेंगे और कार्यकर्ताओं संग रणनीति पर मंथन करेंगे। इसके अलावा इसी महीने सपा प्रमुख बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करेंगे। छुट्टियों पर जाने से पहले वह कन्नौज के कार्यकर्ताओं से मिले थे। अगले चरण में वह मैनपुरी और फिरोजाबाद के कार्यकर्ताओं को लखनऊ बुलाकर चुनावी तैयारियों की रणनीति समझाएंगे।
Updated on:
12 Jul 2018 03:48 pm
Published on:
12 Jul 2018 03:41 pm
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