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लखनऊ. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इन दिनों सरकारी बंगले में की गयी तोड़फोड़ को लेकर चर्चा में हैं। मंदिर को छोड़कर बंगले का कोई कोना ऐसा नहीं, जहां तोड़फोड़ न हुई हो। इस बात पर विपक्षी दल ने कई सवाल उठाए थे। अखिलेश पर जनता के पैसे खाने का आरोप लगाया गया था। इसी के साथ अब इन बातों ने भी तूल पकड़ी है कि बंगले की साज सज्जा के लिए 42 करोड़ रुपये जारी किए गए थे। लेकिन इसमें सिर्फ 89.99 लाख रुपयों का ही हिसाब है। बाकी बचे हुए पैसे कहां खर्च हुए, इसका कोई हिसाब नहीं।
नहीं है बचे खर्च की जानकारी
बंगले के लिए अलग-अलग मदों में दो बार कुल खर्चा 42 करोड़ का जारी किया गया था। इसमें से बंगले की सजावट के लिए 89.99 लाख का ही खर्चा आया, तो बाकी बचा हुआ खर्च कहां गया। जारी किए गए आधे पैसों से घर की साज सजावट पूरी की और फिर उसी सजावट की तोड़फोड़ कर दी।
राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारी के मुताबिक बचे हुए पैसे कहां खर्च हुए हैं, इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि हो सकता है विभागों के लिए अलग-अलग मदों से धनराशी जारी की गयी हो। इसके अलावा जितने भी पूर्व मुख्यमंत्रियों ने बंगले खाली किए हैं, उनमें सिर्फ अखिलेश यादव ही ऐसे हैं, जिनके बंगले में तोड़फोड़ हुई हो। किस जगह क्या तोड़फोड़ हुई है, इसका पता लगाया जा रहा है।
इन चीजों की हुई तोड़फोड़
शनिवार 2 जून को अखिलेश यादव के 4, विक्रमादित्य मार्ग स्थित सरकारी बंगले की झलक दिखाई गयी, तो अंदर का हाल देख सभी दंग रह गए। कभी आलीशान कहा जाने वाला अखिलेश का बंगला किसी खंडहर से कम नहीं लग रहा था। कई चीजों की तोड़फोड़ की गयी थी। किचन में तोड़फड़ हुई, टाइल्स को तोड़ा गया, एसी निकाल लिया गया है, गार्डन को भी पूरी तरह से बर्बाद कर दिया गया है, बैडमिंटन कोर्ट के ऊपर की छत उजाड़ ली गयी है, इस कोर्ट में लगे नेट को भी निकाल दिया गया है।
Published on:
12 Jun 2018 03:34 pm
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