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अखिलेश यादव ने दी भाजपा को चुनौती, 2019 में करा लें लोकसभा के साथ यूपी का चुनाव

अखिलेश ने कहा कि भाजपा की केंद्र व राज्य सरकारों ने किसानों को कुछ नही दिया।

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akhilesh yadav

अखिलेश यादव ने दी भाजपा को चुनौती, 2019 में करा लें लोकसभा के साथ यूपी का चुनाव

लखनऊ. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि वे वन नेशन वन इलेक्शन के फार्मूले से सहमत हैं। लोकसभा के साथ 2019 में उत्तर प्रदेश का भी चुनाव करा लिया जाये, लेकिन इसके बहाने अपना कार्यकाल बढ़ाने की बात सुनने में आ रही है। सपा कार्यालय कार्यालय में आयोजित प्रेस ने कहा कि कैराना और फूलपुर में राजनैतिक परिस्थियां बेहद अलग तरह की थी और किसानों और गरीबों का फैसला सद्भाव और भाईचारा का सन्देश दिया है। किसान जो सबसे ज्यादा परेशान है, उसने एक होकर भाजपा की गलत नीतियों के खिलाफ वोट किया। सत्ता में जो लोग हैं उन्हें मुद्दों पर आना होगा।

सोशल मीडिया के फेक न्यूज से बचाने की अपील

अखिलेश ने कहा कि सोशल मीडिया में चलने वाले फेक न्यूज से हमे बचाइए। बड़ी पार्टियों की सोशल मीडिया टीम इस काम मे लगी है। अभी सोशल साइट पर नेताजी मुलायम सिंह यादव और उनके बारे में गलत बातें की गई थी। वे कल मुकदमा करवाएंगे। उन्होंने कहा कि एक देश एक चुनाव का प्रस्ताव बिना विपक्षी पार्टियों के राय के बना दिया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा से ज्यादा जातिवाद पार्टी कोई और नही है। भाजपा कहती कुछ है और निशाना कहीं और होता है।

यूपी के बजट से लोगों को निराशा

अखिलेश ने कहा कि भाजपा की केंद्र व राज्य सरकारों ने किसानों को कुछ नही दिया। केंद्र के 5 और यूपी के राज्य सरकार से 2 बजटों में यूपी वालो को कुछ नही मिला। किसान, नौजवान और व्यापारी सब परेशान हैं। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। दुनिया के किसी देश मे किसान आत्महत्या नही करता। बेरोजगारों की एक पूरी पीढ़ी खाली बैठी है। नोटबन्दी और जीएसटी से देश को बड़ा नुकसान हुआ है। जीएसटी से कारोबार चौपट हुआ युवाओं की नौकरी गई, वही नोटबन्दी से देश की अर्थ व्यवस्था बर्बाद हुई। बैंक बंदी की कगार पर है। केंद्र सरकार को यह बताना चाहिए कि एनपीए की क्या स्थिति है। सपा नेता ने कहा कि पतंजलि फ़ूड पार्क की जमीन इसलिए दी थी कि आसपास के गांवो में रहने वाले किसानों और युवाओं को रोजगार मिलेगा।