
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पॉश विभूतिखंड इलाके में पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या के मुख्य आरोपी को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। जानकारी के अनुसार कुख्यात शूटर गिरधारी और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें वह मारा गया। शूटर गिरधारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जिसके बाद पुलिस राजधानी के खरगापुर इलाके में हत्या में प्रयुक्त हथियार की तलाश में गिरधारी को लेकर पहुंची थी। इसी बीच गिरधारी ने हथियार छीनकर भागने की कोशिश की जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। मुठभेड़ में पुलिस ने उसे मार गिराया। इसके पहले ऐसे ही कानपुर के बिकरू कांड के आरोपी विकास दुबे को भी पुलिस ने इसी तर्ज पर मार गिराया था। वह भी सड़क दुर्घटना के बाद पुलिस का हथियार लेकर भाग रहा था।
पुलिस की मानें तो, गिरधारी को दिल्ली पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद उसे यूपी लाने का काम किया गया था। दिल्ली पुलिस के आउटर नॉर्थ जिले की स्पेशल स्टाफ पुलिस ने रोहिणी इलाके से आरोपी शूटर गिरधारी को दबोचा था जिसके बाद गिरधारी को कानूनी प्रक्रयिा पूरी करने के बाद दिल्ली से लखनऊ पुलिस लेकर आई थी। रविवार रात पुलिस की टीम हत्याकांड में उपयोग किए गए हथियार की बरामदगी के लिए गिरधारी को अपनी गाड़ी से सहारा अस्पताल के पास स्थित खरगापुर इलाके में लेकर पहुंची थी। इस दौरान अपराधी ने भागने का प्रयास किया जिसके बाद पुलिस ने उसे मार गिराया।
एसआई पर किया हमला
पुलिस के अनुसार जब पुलिस के जवान गिरधारी को गाड़ी से उतार रहे थे, उसी वक्त मौका पाकर गिरधारी ने सब इंस्पेक्टर अख्तर उस्मानी पर हमला कर दिया। गिरधारी पिस्टल लेकर भागने का प्रयास कर रहा था। पुलिस टीम के साथ मौजूद एसआई अनिल सिंह उसके पीछे भागे, गिरधारी यहां की झाड़ियों के रास्ते भागने का प्रयास करने लगा। इसके बाद घटना की सूचना तत्काल कंट्रोल रूम तक पहुंचाई गई, जिसके बाद लखनऊ के एसीपी ईस्ट सहित कई थानों की पुलिस वहां फौरन पहुंची। इलाके की घेराबंदी कर गिरधारी को सरेंडर करने की चेतावनी पुलिस के द्वारा दी गई।
पुलिस और शूटर के बीच हुई मुठभेड़
पुलिस की सख्त घेराबंदी के बीच गिरधारी ने फायरिंग शुरू कर दी। वह लगातार लूटी हुई पिस्टल से फायरिंग कर रहा था। पुलिस अधिकारियों ने भी कई राउंड गोलियां चलाई। पुलिस की कार्रवाई में गिरधारी गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल गिरधारी को पुलिस ने अपने कब्जे में लिया और उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल के इमर्जेंसी वॉर्ड लेकर पहुंची। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बता दें कि पिछले दिनों राजधानी लखनऊ के विभूतिखण्ड थाना क्षेत्र के पॉश इलाके कठौता चौराहे पर मऊ जिले के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या कर दी गई थी। अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी थी जिसके बाद उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस ने जानकारी दी थी कि गैंगवार के कारण ताबड़तोड़ फायरिंग की गई।
Published on:
15 Feb 2021 06:33 pm
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