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आशियाना गैंगरेप कांड: मंडल जेल में शिफ्ट किया जायेगा गौरव शुक्ला

जेल अधीक्षक ने बताया एक सप्ताह बाद उसे मंडल जेल वाराणसी में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

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Sudhir Kumar

Apr 20, 2016

Ashiyana Gang Rape Case

Ashiyana Gang Rape Case

लखनऊ. कहा जाता है कि आप कितने भी तीस मार खान हों लेकिन जेल जाने के बाद सारी हेकड़ी निकल जाती है। लेकिन आशियाना रेप केस में सजा सुनाए जाने के बाद जेल भेजे गए गौरव शुक्ला पर जेल प्रशासन मेहरबान है। नतीजन गर्मी लगने पर उसे ऐसी की हवा खिलाई जा रही है।

सूत्रों के मुताबिक गौरव रात बैरक से निकलकर हाते में टहलता रहा। भनक लगने पर जेल अफसरों ने बुलवाया और दो घंटे तक जेल अधीक्षक के एसी लगे कमरे में बैठाए रखा। इस दौरान एक जेल अफसर ने रात में ही मोबाइल फोन पर घरवालों से उसकी बात भी करवाई। हालांकि जेल अफसर इन बातों को सिरे से खारिज किया है। वहीं, जेल अधीक्षक ने बताया एक सप्ताह बाद उसे मंडल जेल वाराणसी में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

आप को बता दें आशियाना गैंग रेप का मुख्य आरोपी गौरव शुक्ला कोरेंटाइन बैरक में बंद है। जिला जेल के सूत्रों के अनुसार गौरव घुटन होने की बात कहते हुए रात को बाहर आ गया और हाते में टहलने लगा। इस दौरान दो बंदी रक्षक और चार नंबरदार सुरक्षा को लेकर अलर्ट हो गए। साथ टहलते हुए बात करते रहे।

इसी बीच बंदी रक्षकों से सूचना मिलने पर एक अफसर आनन-फानन मौके पर पहुंचे और गौरव को लेकर जेल अधीक्षक के एसी लगे कमरे में ले गए। करीब दो घंटे तक गौरव ने वहां आराम किया। सूत्रों का कहना है कि हाल ही में संबद्ध किए गए एक जेल अफसर ने रात में ही उसके घर वालों से कराई। इसके बाद गौरव पास बैरक में चल गया। वहीं, मंगलवार सुबह मिलने पहुंचे करीबियों ने फैसले के खिलाफ जल्द उच्च न्यायालय में अपील कर छुड़वाने का आश्वासन दिया।

वहीं जेल अधीक्षक सीपी सिंह ने बताया कि एसी रूम में बैठाने और फोन कर घर वालों से बात कराने की बात को बेबुनियाद है। उन्होंने बताया आशियाना रेप केस का आरोपित गौरव शुक्ला सजायाफ्ता कैदी है। नियमानुसार ऐसे कैदियों से जेल में काम भी करवाया जाता है। कुछ समय बाद जिला से मंडल जेल वाराणसी में शिफ्ट कर दिया जाता है। जेल अधीक्षक सीपी सिंह ने बताया कि एक सप्ताह के बाद दोनों प्रक्रिया शुरू होंगी। उनका दावा है कि गौरव को सामान्य बंदियों की तरह ही जेल में रखा गया है।

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