
लखनऊ. Krishna Janmashtami 2021 आज सोमवार को है। इस दिन लाखों कृष्ण भक्त मथुरा-वृंदावन पहुंचते हैं। यूं तो वृंदावन में दर्जनों भव्य और पुराने मंदिर हैं, लेकिन इस जन्माष्टमी सबसे आकर्षण का केंद्र होगा चंद्रोदय मंदिर। यहां विशेष आयोजन किया जाएगा। बात मंदिर की हो रही है तो दुनिया के अत्याधुनिक मंदिरों में अयोध्या का राम मंदिर भी आने वाले समय में आकर्षण का केंद्र होगा। उत्तर प्रदेश में भगवान राम और भगवान श्रीकृष्ण के दो भव्य व दिव्य मंदिर बन रहे हैं। एक दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर होगा तो दूसरा सबसे आधुनिक। भीषण प्राकृतिक आपदायें भी इनसे टकराकर लौट जाएंगी। नयनाभिराम ये दोनों मंदिर देश-विदेश से आने वाले लाखों पर्यटकों के लिए नये डेस्टिनेशन होंगे। अरबों की लागत से बन रहे ये मंदिर करीब तीन साल में बनकर तैयार हो जाएंगे। रामनगरी अयोध्या में हाईटेक टेक्नॉलोजी से रामलला का तीन मंजिला भव्य मंदिर बन रहा है वहीं, कृष्ण के धाम वृंदावन मथुरा में 70 मंजिला 'चंद्रोदय' मंदिर बन रहा है जो ऊंचाई के मामले में सऊदी अरब के बुर्ज खलीफा को भी पीछे छोड़ देगा। अब तक बुर्ज खलीफा दुनिया की सबसे ऊंची इमारत है।
500 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा वृंदावन का चंद्रोदय मंदिर पिरामिड के आकार में बनाया जा रहा है। 2024 तक इस मंदिर के बनकर तैयार हो जाने की उम्मीद है। मंदिर के पीआरओ अभिषेक मिश्रा ने बताया कि 46 मीटर ऊंचाई तक मंदिर की छत पड़ चुकी है, शेष काम जारी है। अयोध्या में करीब 6000 करोड़ की लागत से बन रहे राम मंदिर की नींव का काम पूरा हो गया है। अक्टूबर से ग्राउंड फ्लोर का निर्माण शुरू हो जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक, 2024 तक रामलला अपने नये घर में विराजमान हो जाएंगे। इसके बाद भी मंदिर निर्माण का काम चलता रहेगा।
वृंदावन का चंद्रोदय मंदिर
- दुनिया का सबसे ऊंचा 70 मंजिला चंद्रोदय मंदिर 210 मीटर ऊंचा होगा
- चंद्रोदय मंदिर की गहराई 55 है जो बुर्ज खलीफा से भी 5 मीटर अधिक है
- 8 रिक्टर स्केल से अधिक तीव्रता का भूकंप भी इसे नुकसान नहीं पहुंचा सकेगा
- 170 किलोमीटर की तीव्रता के तूफान को भी झेलने में सक्षम होगा चंद्रोदय मंदिर
- वर्ष 2006 से पिरामिड के आकार में बनाया जा रहा है मंदिर
- वृंदावन में 500 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा है मंदिर
- 2014 में अखिलेश यादव ने किया था मंदिर का शिलान्यास किया
अयोध्या का रामलला मंदिर
- तीन मंजिला राम मंदिर में 12 द्वार और 5 गुम्बद होंगे
- शिखर सहित राम मंदिर की कुल ऊंचाई 161 मीटर होगी
- प्रथम चल में रामलला विराजेंगे और दूसरे तल पर राम दरबार लगेगा
- ढाई किलोमीटर दूर से ही दिखेगी राम मंदिर की भव्यता
- मंदिर प्रांगण में एक साथ 10 हजार से अधिक श्रद्धालु आ सकेंगे
- आठ से 10 तक तीव्रता वाला भूकम्प से सुरक्षित रहेगा मंदिर
- 5 अगस्त 2020 को पीएम मोदी ने रखी थी मंदिर की आधारशिला
Updated on:
30 Aug 2021 06:41 am
Published on:
28 Aug 2021 05:11 pm
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