सीतापुर। सीतापुर जिले में नौ विधान सभा सीटें हैं। जिसमें से बिसवां विधानसभा सीट की राजनीति सबसे अलग है। 1991 से यहां से किसी भी पार्टी को लगातार दोबारा जीतने का अवसर नहीं मिला। यहां लगातार दोबारा जीतने की चुनौती है। 1991 में पदमा सेठ कांग्रेस के टिकट पर बिसवां से हैट्रिक मारी। उसके बाद से 1993 सुरेन्द्र पाल सिंह ने सपा, 1996 अजीत कुमार मेहरोत्रा भाजपा से 2002 में राम पाल यादव ने सपा, 2007 में निर्मल वर्मा ने बसपा और 2012 रामपाल यादव ने सपा से विजय हासिल की। वतर्मान विधायक सपा के रामपाल यादव हैं। इन्होंने बसपा के सिटिंग विधायक निर्मल वर्मा को पांच हजार से अधिक मतों से हराया था।
पदमा की हैट्रिक
बिसवां विधानसभा सीट से कांग्रेस की पदमा सेठ ने हैट्रिक लगाई है। वह इस विधानसभा सीट से जीतने वाली अकेली महिला विधायक है। इन्होंने भाजपा और सपा के प्रत्याशियों को कड़ी चुनौती दी हैं।
आंकड़े बोलते हैं
कुल मतदाता
2,42,453
महिला
1,12,496
पुरुष
1,29,957
ये क्षेत्र बदल देते हैं समीकरण
अधिक मतदाता
शिवथाना आंशिक 984,कन्दुनी 985, बिसेण्डा आंशिक 1044, कटिया आंशिक 1058, बन्नी घुरैन 1138, उलरा आंशिक 1162, न्योराजपुर 1360, बेलवा बहादुरपुर 1380,हथियागाजीपुर 1368 में सबसे अधिक मतदाता हैं।
कम मतदाता
जगन्नाथगंज 289, महेशपुर 340, छरासी 402, झव्वाकला 470, गढा करौदी 591, शुगर फैक्ट्री 554 सबसे कम मतदाता हैं।
प्रमुख क्षेत्र
शिवथाना, रामपुर घेरवा आंशिक, बिसेण्डा, गोवर्धनपुर आंशिक, परसेहरा आंशिक, मानपुर, क्योटी बादुल्लापुर, बम्भौर, मिल्की टोला, महोली, चन्देहरा आदि प्रमुख क्षेत्र हैं।
जातीय समीकरण
यहां पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अधिक है। दूसरे नंबर पर ब्राह्मण और तीसरे नंबर पर अन्य जातियों के मतदाता हैं।