सीटों की संख्या पर है मतभेद बुक्कल नवाब की बात को भले ही समाजवादी पार्टी के नेता विरोधी दल के नेता का बयान कहकर ख़ारिज कर दें लेकिन पिछले दिनों सीटों की संख्या और प्रधामंत्री पद की दावेदारी जैसे सवालों पर जिस तरह से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान सामने आया है, उससे यह कयास तो लगाए ही जा रहे हैं कि बसपा-सपा के बीच फिलहाल कुछ गड़बड़ जरूर है। अखिलेश यादव ने इस बात के भी संकेत दिए हैं कि सीटों के बंटवारे पर विवाद होने की स्थिति में वे कम सीटों पर भी समझौता कर चुनाव लड़ने को तैयार हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री पद की दावेदारी से उन्होंने खुद को पूरी तरह अलग बताया है। अखिलेश जहाँ हर रोज गठबन्धन को मजबूत बताते दिख रहे हैं तो दूसरी ओर बसपा अपने संगठन को सक्रिय कर चुनावी तैयारी में जुटी है और गठबंधन को लेकर किसी भी तरह का साफ़ संकेत देने से बच रही है।
सपा ने किया पलटवार भाजपा नेता के दावे पर सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने चुटकी लेते हुए कहा कि बुक्कल नवाब दरअसल फुक्कल नवाब हैं। वे दिन भर फूंकते रहते हैं। समाज में इस तरह के लोग खूब पाए जाते हैं। उन्हें भले ही एमएलसी बना दिया गया हो, लेकिन उनकी हैसियत प्रधानी का चुनाव जीतने तक की नहीं है। सपा प्रवक्ता ने कहा कि चुनाव का समय करीब है और भाजपा के पास अपनी उपलब्धियों के नाम पर बताने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए वे इस तरह के लोगों को सामने कर आम जनता को मूर्ख बनाने की कोशिश कर रहे हैं। सपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में जिस तरह उप चुनावों में जनता ने भाजपा को सबक सिखाया है, उससे भी बुरे नतीजे 2019 में होंगे।