
शराब की दुकानें खुलने के विरोध में कई सांसदों और विधायकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा पत्र
लखनऊ. कोरोना संकट के बीच उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को एक साथ कई चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है। कोरोना काल में आमजन को कोई दिक्कत न हो, यूपी में इसके लिए सरकारी खजाने का मुंह खोल दिया गया है। कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए सरकार मुफ्त इलाज मुहैया करा रही है वहीं, आमजन तक राशन के साथ आर्थिक सहायता भी पहुंचाई जा रही है। कोरोना वारियर्स की सुरक्षा का भी पूरा इंतजाम किया जा रहा है। कोरोना से जंग में सरकार का खजाना लगातार खाली होता जा रहा है, दूसरी तरफ सब कुछ बंद होने के चलते राजस्व घाटा भी बढ़ चला है। इसे देखते हुए शराब की बिक्री को अनुमति दी गई है। इस फैसले पर सपा, बसपा और कांग्रेस सहित प्रमुख विपक्षी दल मौन हैं, लेकिन फैसले पर अपने ही सवाल खड़े कर रहे हैं। उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज और कानपुर के सांसद सत्यदेव पचौरी ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया है, वहीं गाजियाबाद के साहिबाबाद और लोनी से भाजपा विधायकों ने शराबबंदी की मांग की है। बलिया के बैरिया से बीजेपी विधायक 'नीतीश मॉडल' का समर्थन करते हुए उन्हें महान नेता बताया है।
उत्तर प्रदेश सरकार गैर जरूरी खर्चों में कटौती कर राजस्व के नुकसान को कम करने की कोशिश कर रही है वहीं, शराब पर कोरोना टैक्स लगाकर और पेट्रोल-डीजल पर वैट बढ़ाकर राजस्व बढ़ाने का प्रयास भी कर रही है। मंत्रियों और विधायकों के वेतन में 30 प्रतिशत की कटौती की गई है। विधायक निधि एक वर्ष के लिये स्थगित कर दी गई है। इसके साथ ही राज्य कर्मचारियों और पेंशनभोगियों का महंगाई भत्ता एक जनवरी 2020 से जून 2021 तक रोकने सहित छह तरह के भत्तों पर रोक लगा दी है। आय के अतिरिक्त साधन जुटाने पर भी सरकार का फोकस है।
सांसद साक्षी महाराज ने उठाये सवाल
उन्नाव से भाजपा भारतीय जनता पार्टी के सांसद साक्षी महाराज ने ट्वीट करते हुए कहा कि लॉकडाउन जनता के जीवन रक्षा और बढ़िया स्वास्थ्य के लिए है, तो फिर शराब, बीड़ी, सिगरेट, गुटका, पान पराग आदि नशीले पदार्थों की बिक्री पर छूट क्यों? इस संदर्भ में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र भी लिखा है, जिसमें रेड जोन में शराब की बिक्री बंद करने की अपील की है।
कोरोना के खिलाफ कमजोर पड़ रही लड़ाई : सांसद पचौरी
भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर शराबबंदी की मांग की है। सांसद ने पत्र में लिखा है कि कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई शराब दुकानें खुलने से कमजोर पड़ रही है। अतः इस पर तत्काल रोक लगाई जाए। उन्होंने कहा कि दुकानों पर लगी भीड़ से लॉकडाउन के शरीरिक दूरी वाला मानक टूट रहा है। इससे कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई शराब की दुकानें खुलने से कमजोर पड़ रही है।
विधायक बैरिया ने नीतीश मॉडल का किया समर्थन
बलिया के बैरिया से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान शराब पर बंदी रहना चाहिए। राजस्व के लिए कोई अन्य अन्य स्रोत तलाशा जाये। कहा कि मेरी राय है कि पूरे देश में शराब बंदी की जानी चाहिए। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि इंसान को भगवान बनाने के क्रम में कोई नेता काम कर रहा है तो वह अकेले नीतीश कुमार हैं। गरीब प्रांत होते हुए भी एक बहुत बड़ी आमदनी के स्रोत को बंद कर देना नीतीश कुमार जैसे महान नेता के ही बस की बात है।
ऑनलाइन बिके शराब : विधायक सुनील शर्मा
गाजियाबाद के साहिबाबाद से बीजेपी विधायक सुनील शर्मा ने मुख्यमंत्री से को पत्र लिखकर शराब के ठेके बंद करने की मांग की है। उनका कहना है कि शराब की दुकानों पर जुट रही भीड़ में शामिल लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं। इससे कोरोना संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है। सुझाव देते हुए उन्होंने कहा कि शराब की बिक्री की ऑनलाइन परमीशन दी जाए और कोरोना टैक्स इतना बढ़ा दिया जाए कि शराब की कीमत दो गुनी जाए।
शराब बिक्री से अपराध भी बढ़ेगा : विधायक नंद किशोर गुर्जर
गाजियाबाद के लोनी से बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने मुख्यमंत्री से शराब की दुकानें बंद करने की। सीएम के नाम डीएम को सौंपे पत्र में विधायक ने कहा कि शराब की दुकानें खुलने से बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो रही, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का नियम टूट रहा है। इससे जहां कोरोना संक्रमण का खतरा और बढ़ रहा है, वहीं शराब पीने के बाद अपराधों में बढ़ोत्तरी होगी। और अब तक के तमाम प्रयासों पर पानी फिर जाएगा।
Updated on:
07 May 2020 04:02 pm
Published on:
07 May 2020 03:48 pm
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