प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लखनऊ रैली के बारे में बताया जा रहा है कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भाजपा ने पानी की तरह पैसा बहाया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रैली में भीड़ जुटाने के लिए करीब 10 हजार बसें और करीब 50 हजार छोटी गाड़ियां लगाई गई थीं। इन गाड़ियों पर खर्च का आंकलन किया जाए तो वह करीब 16 करोड़ रुपए आता है। बताया जा रहा है कि रैली में शामिल होने के लिए करीब 10 लाख लोग आए थे। अब आप अंदाजा लगाइए कि इतने लोगों के आने पर जब खर्च इतना हुआ तो ठहरने और खाने-पीने जैसे बुनियादी चीजों पर कितना खर्च हुआ होगा। इसके अलावा मंच सज्जा, पांडाल, कुर्सियां, साउंड सिस्टम जैसे खर्चे अलग हैं।