नाजिया आलम ने बताया कि पहले चरण में यूपी के रामपुर, बरेली, सहारनपुर, अलीगढ़ और मुजफ्फरनगर जैसे मुस्लिम बहुल क्षेत्रों पर ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि तीन तलाक प्रमुख नियुक्त करने का मकसद राजनीतिक नहीं, बल्कि सामाजिक है।
यूपी भाजपा का अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ तीन तलाक के खिलाफ आवाज उठाने वाली महिलाओं को सम्मानित भी करेगा। प्रकोष्ठ के अध्यक्ष हैदर अब्बास चांद ने कहा कि जिन महिलाओं ने बहादुरी से तीन तलाक के खिलाफ लड़ा है, पार्टी द्वारा उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश भाजपा का अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ तीन तलाक प्रमुखों के जरिए मुस्लिम परिवारों में कुरान का हिंदी अनुवाद भी बाटेंगे। नाजिया आलम ने कहा कि हिंदी सभी को आती है, जिसे आसानी से सभी समझ सकेंगे। उन्होंने कहा कि कुरान में तीन तलाक पूरी तरह से प्रतिबंधित है। इस अभियान से कट्टरपंथी धर्मगुरुओं की पोल सबके सामने खुल जाएगी।
केंद्र में सरकार बनने के बाद से ही बीजेपी तीन तलाक को गैर-कानूनी बताते हुए इसका विरोध करती रही है। तीन तलाक के मुद्दे को बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में भी शामिल किया था। भाजपा का दावा है कि वह तमाम मुस्लिम महिलाएं भाजपा के साथ हैं, जो तीन तलाक का विरोध करती हैं। तीन तलाक को दंडनीय अपराध बनाने के लिए मोदी सरकार एक अध्यादेश को मंजूरी दे चुकी है। संसद के आगामी शीतकाली सत्र में इस बिल को पेश किया जाएगा।