
लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं। भारतीय जनता पार्टी आज राजधानी लखनऊ की 8 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है। राजधानी लखनऊ की 8 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों का चयन करना भारतीय जनता पार्टी के लिए आसान काम नहीं है। तीन सीटों पर मंत्रियों का कब्जा है वहीं एक सीट पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद रीता बहुगुणा जोशी अपने बेटे के लिए टिकट मांग रही हैं। राजनाथ सिंह के छोटे बेटे नीरज सिंह द्वारा भी राजधानी लखनऊ की सीट पर दावेदारी ठोकी गई है। वहीं, जिन विधायकों का विरोध है उनका टिकट काटने के लिए भी भाजपा तैयारी कर रही है।
ये है समीकरण
जानकारी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी आज 8 विधानसभा सीटों पर टिकट जारी कर देगी। जिन नेताओं का टिकट कट सकता है उसमें तीन मंत्री शामिल हैं। जिनमें से एक का टिकट कटना तय है। अब तक के समीकरणों के अनुसार यह कहा जा सकता है कि बृजेश पाठक व आशुतोष टंडन की सीट में बदलाव किया जा सकता है।
श्री बृजेश पाठक सीट में हो सकता है बदलाव
मध्य विधानसभा सीट से विधायक बृजेश पाठक को लखनऊ की पूर्वी सीट से टिकट दिया जा सकता है। पूर्वी सीट भाजपा के लिए सबसे सुरक्षित है। बसपा से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए बृजेश पाठक उत्तर प्रदेश सरकार में कानून मंत्री हैं और काफी सक्रिय मंत्री माने जाते हैं। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी बृजेश पाठक को तोहफे के तौर पर सुरक्षित सीट दे सकती है।
आशुतोष टंडन की सीट में भी बदलाव किया जा सकता है
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आशुतोष टंडन की सीट में भी बदलाव किया जा सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि क्षेत्र की जनता आशुतोष टंडन से खुश नहीं है जिसको लेकर इनकी सीट पूर्वी बृजेश पाठक को दी जा सकती है। फिलहाल आशुतोष टंडन ने अपनी सीट बचाने के लिए शीर्ष नेतृत्व तक अपनी बात पहुंचाई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि आशुतोष टंडन की बात का शीर्ष नेतृत्व कितना प्रभाव मानता है।
स्वाति सिंह के टिकट कटने की चर्चाएं
सरोजिनी नगर सीट से विधायक स्वाति सिंह व उनके पति दयाशंकर सिंह के बीच टकराव के बाद यह चर्चाएं हैं कि सरोजनी नगर सीट से स्वाति सिंह का टिकट कर सकता है। स्वाति सिंह को भारतीय जनता पार्टी के महिला चेहरे के तौर पर जाना जाता है। पिछले 5 साल के कार्यकाल में स्वाति सिंह कई बार सुर्खियों में आई। शीर्ष नेतृत्व स्वाति सिंह की कार्यप्रणाली को लेकर भी संतुष्ट नहीं है। ऐसे में स्वाति सिंह का टिकट काटा जा सकता है या फिर उन्हें कोई और सीट दी जा सकती है।
अविनाश त्रिवेदी को लेकर शिकायतों का दौर जारी
बीकेटी विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बने अविनाश त्रिवेदी को लेकर क्षेत्र में काफी विरोध है। इसके बाद यह चर्चाएं तेज हैं कि अविनाश त्रिवेदी का टिकट कट सकता है। बीते दिनों भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने शीर्ष नेतृत्व को पत्र लिखकर अविनाश त्रिवेदी को टिकट न देने की मांग की थी।
Published on:
01 Feb 2022 12:02 pm
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
