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चैती महोत्सव में सांस्कृतिक संध्या में बच्चों ने दी बेहतरीन प्रस्तुति

भारतीय नववर्ष मेला एवं चैती महोत्सव-2019

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लखनऊ

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Hariom Dwivedi

Apr 08, 2019

chaity mahotsav

चैती महोत्सव में सांस्कृतिक संध्या में बच्चों ने दी बेहतरीन प्रस्तुति

ritesh singh
लखनऊ, श्रीराम लीला समिति ऐशबाग के तुलसी शोध संस्थान के तत्वावधान में श्रीराम लीला परिसर के प्रांगण में चल रहे भारतीय नववर्ष मेला एवं चैती महोत्सव-2019 की दूसरी सांस्कृतिक संध्या में रंजना अग्रहरि के लोक गायन व शमशुर्रहमान नवेद के भरतनाट्यम नृत्य ने कलाप्रेमी दर्शकों को मंत्र मुग्ध किया।

समारोह में श्रीराम लीला समिति के सचिव पंडित आदित्य द्विवेदी और अध्यक्ष हरीश चन्द्र अग्रवाल ने डॉ0 सुनील मिश्रा (मध्य प्रदेश) को भारतीय संस्कृति व कला के उन्नयन व संवर्धन के लिए तुलसी गौरव सम्मान से सम्मानित किया।

संगीत से सजे कार्यक्रम में प्रसिद्ध लोक गायिका रंजना अग्रहरि ने अपना पहला गीत भोले बाबा अरजिया लगा दा ना, भगवती देवी दुर्गा के चरणों में समर्पित किया।

मन को मोह लेने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त रंजना अग्रहरि ने अपनी सुमधुर आवाज में नकटा हिसाब मेरा लेते जाना जी, दादरा नई झुलनी में लागा नजरिया और कहरा थारी धाना अंगना झरोखोंवा हो को सुनाकर श्रोताओं का दिल जीता। रंजना अग्रहरि के गाए गीतों पर विद्या सिंह, अंकित यादव, रवीना, बनी, अस्मिता और सोनी ने नृत्य प्रस्तुत कर लोगों का दिल जीता। रंजना के कार्यक्रम के मेरूदण्ड रहे ढोलक पर मुन्ना अनवर, बांसुरी पर दीपेन्द्र कुंवर, की-बोर्ड पर ओमकार, साइड रिद्म पर सोमनाथ चौरसिया और आक्टोपैड पर राम बाबू।

हृदय को हर्षातिरेक से भर देने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त शमशुर्रहमान नवेद के नृत्य निर्देशन में भरतनाट्यम नृत्य की मनोरम छटा बिखरी। कृष्ण वंदना वसुदेव सुतम देहम पर कलाकारों ने नृत्य के जरिए भगवान श्रीकृष्ण के आलौकिक रूप को दर्शाया। मराठी गीत सलामूरे पर कलाकारों ने भगवती देवी दुर्गा के नवरूपों के दर्शन करवाए।

मीराबाई के भजन चाकर राखो रे और गुंजन वन पर कलाकारों ने भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्र मुग्ध किया। इन सभी प्रस्तुतियों में सुनयना जायसवाल, अभिलाषा सिंह, अनुष्का प्रकाश, प्रांजल, आर्यका, अश्विनी, पंकज, सिजा राय, अदिति, शौम्बिता, तारिणी, व्रती, तेजस्वी, अनुष्का श्रीवास्तव और आयुष ने भावाभिनय द्वारा नृत्यरूपाकारों को साकार किया। भरतनाट्यम नृत्य प्रस्तुतियों को अपने वाद्ययंत्रों से सजाने संवारने वाले कलाकार थे मृदंग पर तंजौर आर्केश्वर, बांसुरी पर अल्का और गायन पर जयंत।

भक्ति संगीत से सजे कार्यक्रम के अगले सोपान में ईशा रतन ओर मीशा रतन ने संयुक्त रूप से श्रीराम वंदना श्रीराम चन्द कृपाल भजमन पर भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुत कर भगवान श्रीराम के चरणों में अपनी अगाध श्रद्धा अर्पित की। तीन ताल में निबद्ध तराने से ईशा रतन व मीशा रतन ने अपने कार्यक्रम को विराम दिया। मन को मोह लेने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त विशाल पारंगत डांस एकेडमी के कलाकारों मर्दिता गांगोली, साम्भवी श्रीवास्तव, देविषा द्विवेदी, दीपल सिंह, वरेण्या मल्होत्रा, अंशिका अग्रवाल, सुहानी सिंह, मन्नत सिंह और अभिज्ञान हरि ने बृज की होली और राजस्थानी होली प्रस्तुत कर दर्शकों का दिल जीता।