असम में हारिस की गिरफ्तारी के बावजूद उसका परिवार इस मामले में अनभिज्ञता जता रहा था। परिजनों के मुताबिक हारिस का लंबे समय से उनसे कोई संपर्क नहीं है। वह अलीगढ़ पढ़ाई करने गया था। परिवार का दावा कि दस साल से उनका हारिस से कोई संपर्क नहीं हुआ है।
असम में दबोचे गए आईएसआईएस के भारत प्रमुख हारिस फारुखी का देहरादून कनेक्शन सामने आने से हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस जांच में सामने आया है कि हारिस बीते 10 साल से देहरादून नहीं आया है। केंद्रीय एजेंसियां कई बार उसके बारे में जानकारी जुटाने देहरादून आ चुकी हैं।
बताया जा रहा है कि एसटीएफ लंबे समय से हारिस के पिता के संपर्क में थी और उन्हें कई बार पूछताछ के लिए बुलाया था। फिर भी कोई इनपुट नहीं मिला। खुफिया एजेंसियां उसके परिवार पर लंबे समय से नजर रखे हुईं थीं। बताया जा रहा है कि हारिस की गिरफ्तारी के बाद से उसके पिता भी गायब चल रहे हैं।
हारिस भारत में कई स्थानों पर आईईडी के माध्यम से भर्ती, आतंकी फंडिंग और आतंकी कृत्यों को अंजाम देने की साजिशों के माध्यम से देश्मे आईएसआईएस के उद्देश्य को आगे बढ़ा रहा था। हारिस और उसके सहयोगी के खिलाफ एनआईए, दिल्ली, एटीएस और लखनऊ सहित अन्य स्थानों पर कई मामले लंबित हैं।