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सीएम योगी ने सरकारी कर्मचारियों के लिए किया सबसे बड़ा ऐलान, बदल दी ये चीज, अफसरों में मचा हड़कंप

-सीएम योगी ने दिया सख्त निर्देश- यूपी सरकार के कर्मचारी बिना परमिशन के गिफ्ट नहीं ले सकते

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लखनऊ

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Ruchi Sharma

Jul 01, 2019

CM yogi

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लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। इसके तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर सूबे के अधिकारियों के लिए फरमान जारी किया है। सीएम योगी ने सख्त लहजे में अधिकारियों फरमान सुनाते हुए कहा कि कोई भी अधिकारी बिना परमिशन के किसी भी प्रकार का गिफ्ट स्वीकार नहीं कर सकता।अधिकारियों के लिए यह फरमान अतिरिक्त मुख्य सचिव (सचिवालय प्रशासन) महेश गुप्ता द्वारा जारी किया गया है। फरमान के अनुसार अब कोई भी सरकारी कर्मचारी उच्च अधिकारियों के परमिशन के बिना कोई भी गिफ्ट नहीं ले सकते। राज्य सरकार के सभी मंत्रियों को भी इस फरमान से अवगत करा दिया गया है।

कर्मचारियों ने उठाए सवाल

वहीं इस आदेश पर क्लास 3 लेवल के सरकारी कर्मचारियों ने सवाल उठाते हुए इस आदेश को सहीं नहीं ठहराया। उन्होंने कहा कि आईएएस ऑफिसर का गिफ्ट उनके घरों तक पहुंचता है, जबकि हमें गिफ्ट में मिठाई मिलती है। मुख्यमंत्री अगर इस दिशा में कदम उठा रहे हैं तो उन्हें अफसरों के घर पहुंचने वाले गिफ्टों की भी जांच करनी चाहिए, जहां उनके लिए महंगे गिफ्ट पहुंचते हैं।

हथियार के साथ आने पर भी रोक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इमारतों में हथियार के साथ प्रवेश पर भी रोक लगा दी है। सीएम योगी ने कहा कि कई विधायक और ठेकेदार अपने व्यक्तिगत सुरक्षाकर्मियों के साथ सरकारी इमारतों में अक्सर देखे जाते हैं। इन सुरक्षाकर्मियों को राइफल और पिस्तौल के साथ देखा जाता है जो एक डराने वाला दृश्य हो सकता है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों को अब गेट पर अपने आग्नेयास्त्रों को जमा करने के लिए कहा जाएगा।

पान-मसाले खाने वाले कर्मचारियों पर 500 रुपए जुर्माना

मुख्यमंत्री ने सरकारी कार्यालयों में गुटखा और पान चबाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। आफिस में गुटखा और पान खाने वाले लोगों पर जुर्माना लगा दिया है। पान-मसाला चबाते हुए देखे गए कर्मचारियों को 500 रुपये का जुर्माना देना होगा। जानकारी हो कि इससे पहले बैठकों में अधिकारियों के मोबाइल फोन पर भी बैन लगाया गया था और सरकारी कर्मचारियों को 9 बजे कार्यालय पहुंचने को कहा गया था।