यहां से शुरू किया हवाई सर्वेक्षण- सीएम योगी ने सबसे पहले बहराइच के बाढ़ प्रभावित महसी क्षेत्र में हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद उन्होंने गोंडा के बाढ़ प्रभावित करनैलगंज इलाकों का रुख कर वहां के हालातों का जायजा लिया। आपको बता दें कि गोंडा, बलरामपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। दरअसल नेपाल से बहने वाली नदियों की वजह से इन जिलों के सैकड़ों गांव बाढ़ के पानी में डूब से गए हैं। इनके अलावा यूपी के 22 जिले फिलहाल बाढ़ की चपेट में हैं।
अधिकारियों को सीएम ने दिए निर्देश- हवाई सर्वेक्षण के दौरान लखीमपुर पहुंचे सीएम योगी ने जिले के बाढ़ तथा कटान प्रभावित इलाकों का दौरा किया और अधिकारियों को राहत सम्बन्धी निर्देश दिये। साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करके बाढ़ राहत की तैयारियों का जायजा भी लिया। उन्होंने इस दौरान कहा कि जिले में बाढ़ से राहत के लिये राज्य के राहत कोष से 46 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गयी है। घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ जाने से एग्लिन-चरसड़ी तटबंध टूट गया है। जिसकी वजह से 36 गांवों में घाघरा का पानी घुस गया है। इस कारण गोंडा व बाराबंकी जिलों में तो हालत बेहद खराब हैं। आपको बता दें कि प्रदेश में अबतक बारिश के कहर से 175 की मौत हो चुकी है।