
उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में कोहरे और सर्द हवाओं ने ट्रेनों की रफ्तार को धीमा किया, मुसाफिरों को हुई मुश्किल
Cold Waves Railway Station: उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में शनिवार रात और रविवार सुबह घने कोहरे ने यातायात पर भारी असर डाला। लखनऊ शहर और आसपास के इलाकों में घने कोहरे के कारण ट्रेनों की रफ्तार धीमी हो गई, जिससे यात्री काफी परेशान हुए। इस कोहरे का असर लखनऊ मंडल के प्रमुख रेलखंडों पर सबसे ज्यादा पड़ा। लखनऊ के चार मुख्य रेलखंडों में सबसे ज्यादा कोहरे का असर देखा गया, जिससे यात्री ट्रेनें समय पर नहीं आ सकीं और उन्हें काफी देरी का सामना करना पड़ा।
कोहरे के कारण ट्रेनों की देरी: लखनऊ मंडल के 158 रेलवे स्टेशनों में से लगभग 50 स्टेशनों पर घना कोहरा छाया रहा। इस कोहरे ने विशेष रूप से उन ट्रेनों को प्रभावित किया जो लंबी दूरी की यात्रा कर रही थीं। इन ट्रेनों की रफ्तार कम करने के कारण ट्रेनें लेट हो गईं, और मुसाफिरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
मुंबई सेंट्रल से कटिहार जा रही स्पेशल ट्रेन (09189) ने शनिवार को मुंबई से 18 मिनट की देरी से यात्रा शुरू की थी। लेकिन विदिशा के बाद यह ट्रेन घने कोहरे में फंस गई और कानपुर पहुंचते-पहुंचते करीब चार घंटे लेट हो गई। इसके बाद ट्रेन कानपुर से लखनऊ के बीच आधे घंटे और लेट हो गई। चारबाग रेलवे स्टेशन पर यह ट्रेन 13:45 बजे आने वाली थी, लेकिन वह 18:00 बजे पहुंची।
इसके अलावा चारबाग रेलवे स्टेशन से दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के लिए जाने वाली एकात्मता एक्सप्रेस (14260) भी प्रभावित हुई। यह ट्रेन निर्धारित समय 23:55 पर रवाना हुई थी, लेकिन कोहरे के कारण यह ट्रेन रायबरेली, अमेठी और प्रतापगढ़ होते हुए दो घंटे की देरी से वाराणसी पहुंची। रविवार को एकात्मता एक्सप्रेस भी अपने गंतव्य पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन डेढ़ घंटे की देरी से पहुंची।
लखनऊ मंडल के प्रमुख रेलखंडों में सबसे ज्यादा असर देखा गया। लखनऊ से वाराणसी, अयोध्या कैंट, प्रतापगढ़ और सुल्तानपुर के अलावा लखनऊ- रायबरेली-ऊंचाहार-प्रयागराज रेलखंड पर भी घना कोहरा छाया रहा। शनिवार रात और रविवार सुबह तक यह कोहरा दूर नहीं हुआ, जिससे ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ। दिन में 11 बजे के बाद, जब कोहरा कम हुआ और आसमान साफ हुआ, तब जाकर ट्रेनों का संचालन सामान्य हो सका।
लखनऊ मंडल में कोहरे का असर मुरादाबाद मंडल में कम था, जिसके कारण लखनऊ मेल, एसी एक्सप्रेस, बेगमपुर एक्सप्रेस, सियालदह एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें समय पर पहुंचीं या थोड़ी देरी से पहुंची। लेकिन लंबी दूरी की ट्रेनों पर कोहरे का ज्यादा असर पड़ा और जब ये ट्रेनें लेट हो जाती हैं तो आगे भी देरी होती रहती है, जब तक ट्रेन को निरस्त नहीं किया जाता।
चारबाग रेलवे स्टेशन पर ठिठुरते मुसाफिर: चारबाग रेलवे स्टेशन पर सर्द हवाओं और कड़ाके की ठंड का सामना करते मुसाफिरों की हालत खराब हो गई। यात्री ट्रेनों का इंतजार करते हुए कंबल लपेटे ठंड से बचने की कोशिश कर रहे थे। चारबाग रेलवे स्टेशन के प्रथम और द्वितीय श्रेणी के यात्री प्रतीक्षा हॉल में कंबल ओढ़े मुसाफिर दुबके हुए थे। जैसे-जैसे रात बढ़ी, वैसे-वैसे स्टेशन पर ठंड और सर्द हवाओं ने मुसाफिरों को और परेशान कर दिया।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि कोहरे के कारण यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कुछ ट्रेनें रद्द की गई थी और कुछ के फेरों में कटौती की गई थी। हालांकि, रेलवे का कहना है कि जैसे ही कोहरा साफ हुआ, ट्रेनों का संचालन सामान्य हो गया।
मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक कोहरे का असर जारी रह सकता है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति तब तक बनी रह सकती है जब तक हवा की दिशा में कोई बदलाव नहीं होता। ऐसे में यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना बनाते समय समय का ध्यान रखना होगा और रेलवे के द्वारा जारी की गई सूचना पर नजर रखना होगा।
कोहरे और सर्द हवाओं के चलते लखनऊ मंडल और आसपास के रेलवे स्टेशनों पर यातायात प्रभावित हुआ है। ट्रेनों की देरी और रद्दीकरण के कारण मुसाफिरों को काफी परेशानियां उठानी पड़ीं। रेलवे अधिकारियों ने इस स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी है और जैसे ही कोहरा कम हुआ, ट्रेनों का संचालन सामान्य हो सका। यात्रीगण को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा से पहले रेलवे की सूचना से अपडेट रहें और ट्रेन के समय में संभावित बदलाव के लिए सतर्क रहें।
Updated on:
30 Dec 2024 09:58 am
Published on:
30 Dec 2024 09:57 am
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