उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड की स्थापना 1937 में पं. जवाहर लाल नेहरू ने की थी और द एसोसिएटेड जर्नल्स लि. (एजेएल) इसका प्रकाशन करती थी। एजेएल का नियंत्रण यंग इंडिया के पास है, जिसके 99 फीसदी शेयर सोनिया व राहुल गांधी के पास है। कंपनी अधिनियम की धारा 25 कहती है कि यह कंपनी नॉन प्रॉफिट कंपनी है और इसके शेयरधारक कोई भी लाभांश का वित्तीय लाभ नहीं ले सकते। इस लिहाज से सोनिया-राहुल के लाभ लेने का मामला बनता ही नहीं है। भाजपा बेबुनियाद आरोप लगा रही है। अरुण जेटली, शाहनवाज हुसैन अपने बयानों से ये स्पष्ट कर चुके हैं कि ये कार्रवाई बदले की भावना से की जा रही है। उन्होंने कहा कि नियमानुसार स्वामी को वाद प्रस्तुत करने के अधिकार नहीं है, ये अधिकार कंपनी के शेयरधारकों के पास है।