24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नरेंद्र गिरि की मौत के पीछे की सच्चाई सामने आने का भरोसा : बलबीर गिरि

मैंने सभी संतों का आशीर्वाद मांगा है और उनसे अपने गुरु की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करने का अनुरोध किया है,

2 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Pragati Tiwari

Oct 07, 2021

नरेंद्र गिरि की मौत के पीछे की सच्चाई सामने आने का भरोसा : बलबीर गिरि

नरेंद्र गिरि की मौत के पीछे की सच्चाई सामने आने का भरोसा : बलबीर गिरि

लखनऊ. बाघंबरी मठ के प्रमुख के रूप में अभिषेक होने के बाद मीडिया से पहली बातचीत में महंत बलबीर गिरिBalbeer giri ने कहा है कि उन्हें विश्वास है कि उनके गुरु महंत नरेंद्र गिरि Mahant narendra giri की मौत की जांच कर रही एजेंसियां बहुत जल्द सच्चाई सामने लेकर आएंगी। उन्होंने कहा, मैं अपने गुरु (नरेंद्र गिरि) के आकस्मिक निधन से बहुत दुखी हूं, जिसके कारण मैंने मीडिया से बात करने से परहेज किया था। मुझे विश्वास है कि सच्चाई जल्द ही सबके सामने आएगी।
मठ के प्रमुख के रूप में बलबीर गिरि का मंगलवार को अभिषेक हुआ था। उन्होंने बताया कि वह प्रतिष्ठित मठ के दैनिक कार्यों को कैसे अंजाम देंगे।
क्या कहा बलबीर गिरी ने -
गिरि ने कहा, मैं एक दिगंबर संन्यासी हूं और पिछले 18-20 वर्षों से सनातन परंपरा का पालन कर रहा हूं। मैं अपने निर्णय अखाड़े के अपने वरिष्ठ संतों के सामने रखूंगा और उनका मार्गदर्शन मांगूंगा और यदि मैं सही होंगा, तो वे मेरे फैसलों को आशीर्वाद देंगे।

निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रवींद्र पुरी ने पहले घोषणा की थी कि पांच सदस्यीय 'पर्यवेक्षी बोर्ड' मठ के कामकाज की देखरेख करेगा, जो निरंजनी अखाड़ा का हिस्सा है। जमीन बेचने या खरीदने जैसे सभी बड़े फैसलों के लिए बलबीर गिरि को पांच सदस्यीय प्रशासनिक निकाय की मंजूरी लेनी होगी। रवींद्र पुरी के अलावा, अन्य सदस्य महंत दिनेश गिरि, महंत ओंकार गिरि, केशव पुरी और महंत हर गोविंद पुरी होंगे।

बलबीर गिरि ने कहा, मैंने सभी संतों का आशीर्वाद मांगा है और उनसे अपने गुरु की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करने का अनुरोध किया है, ताकि मठ का कामकाज मेरे गुरु की अवधि की तरह ही सामान्य रूप से चल सके। निरंजनी अखाड़े के साथ अपने संबंधों पर और वह अखाड़े के साथ संतुलन कैसे बनाएगा, बलबीर गिरि ने कहा, "संतुलन खोजने का कोई सवाल ही नहीं है, मैं अखाड़े का हिस्सा हूं और मैं भी अखाड़े के 'पंच परमेश्वर के सदस्यों में से एक हूं।' मैं मठ की बेहतरी के लिए काम करूंगा।