कांग्रेस के साथ सपा का चुनावी गठबंधन होने से की स्थिति में मुस्लिम वोटरों का सपा से बसपा के पाले में शिफ्ट होने की संभावनाओं को काफी कम किया जा सकता है। सोनिया गांधी, मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव, प्रियंका गाधी और राहुल गांधी जैसे नेता जब एक साथ गठबंधन की हिमायत में चुनाव के मैदान में होंगे तो मुस्लिम मतदाताओं को उनपर भरोसा ज्यादा होगा। उन्हें लगेगा यह गठबंधन भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए तैयार हुआ है। जिसका सीधा-सीधा लाभ कांग्रेस और सपा को मिलेगा। यह सब जानते हुए ही अब मुलायम सिंह ने कांग्रेस से ज्यादा दूरी न रखने की नीति अपनाई है। वहीं अखिलेश यादव ने भी कुर्सी की चिंता में कांग्रेस से दूरियां घटाते हुए अपनी तरफ से कांग्रेस से गठबंधन करने की पहल कर दी है।