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Lok Sabha Chunav 2019 : …तो कांग्रेसियों ने ही प्रिंयका गांधी की डुबोई नैया? यूपी की 35 सीटों को लेकर सामने आई यह बात

- Priyanka Gandhi के प्रभाव वाली 25 और ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव वाली 10 सीटों पर भितरघात की बात- Lok Sabha Chunav 2019 के बाद हार की समीक्षा कर रही अनुशासन समिति को मिलीं भितरघात की शिकायतें- शिकायतों के सत्यता का परीक्षण करेगी तीन सदस्यीय अनुशासन समिति

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लखनऊ

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Hariom Dwivedi

Jul 09, 2019

Priyanka Gandhi Vadra

Lok Sabha Chunav 2019 : ... तो सपा-बसपा या बीजेपी ने नहीं, बल्कि अपनों ने ही यूपी में डुबोई प्रिंयका की नैया ?

लखनऊ. लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav 2019) में 35 सीटों पर कांग्रेसियों ने ही पार्टी को हराने का काम किया है। इनमें से कांग्रेस महासचिव व पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi) के प्रभाव वाली 25 और पश्चिमी यूपी के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव वाली 10 सीटें शामिल हैं। गौरतलब है कि बीते आम चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कांग्रेस ने भितरघात का पता लगाने के लिए अनुशासन समिति बनाई थी, जिसे कई सीटों पर भितरघात की शिकायतें मिली हैं। शिकायतों की सत्यता परखने के लिए अब समिति के सदस्य लोकसभा क्षेत्रों में जाएंगे। समिति परीक्षण के बाद प्रियंका गांधी को फाइनल रिपोर्ट सौंप सकती है।

आम चुनाव में हार के बाद प्रियंका गांधी ने कांग्रेस प्रत्याशियों संग कई राउंड की बैठक की, जिसमें सामने प्रत्याशियों की भितरघात को हार की वजह बताई थी। इसके बाद कांग्रेस की सभी जिला और शहर इकाइयों को भंग कर तीन सदस्यीय समिति बनाई गई थी। इस समिति को भितरघातियों और अनुशासहीनता की जानकारी का जिम्मा सौंपा गया। समिति ने सबसे पहले कांग्रेस की एक नई ई-मेल आईडी बनाई, जिस पर 5 जुलाई तक कार्यकर्ताओं से शिकायत मांगी गयी थी।

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पूर्वांचल की 25 सीटों पर भितरघात की शिकायत
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों की मानें तो बहराइच और गोंडा सहित प्रियंका के प्रभाव वाली 25 लोकसभा ((Lok Sabha Chunav 2019) ) सीटों पर भितरघात और अनुशासनहीनता की शिकायतें मिली हैं। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी से बगावत कर कांग्रेस में आईं सावित्री बाई फुले पर आरोप है कि चुनाव के दौरान उन्होंने किसी स्तर पर संगठन का कोई इस्तेमाल नहीं किया। उन्होंने न तो कांग्रेस जिलाध्यक्ष से कोई संपर्क किया और न ही उन्हें कोई जिम्मेदारी सौंपी। अब रिपोर्ट प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को सौंपी जाएगी।

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