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यूपी कोरोना: न बरतें लापरवाही, पहचानें डेल्ट, डेल्टा प्लस, साइटोमेगलो और कप्पा वेरिएंट के लक्षण

Corona variants symptons. खांसी, गले में खराश, जुखाम सभी वेरिएंट के आम लक्षण है, लेकिन गंभीर लेवेल पर पहुंचने पर यह सभी एक दूसरे से भिन्न हैं। वहीं इन पर कई शोध किए जा रहे हैं, जिससे इनके बारे में और अधिक जानकारी व लक्षणों के बारे में पता चल सके।

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लखनऊ

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Abhishek Gupta

Jul 14, 2021

Corona variant

Corona variant

लखनऊ. उत्तर प्रदेश में कोरोना (UP corona update) नियंत्रण में हैं, लेकिन इसके नए वेरिएंट (Corona variant) की दस्तक से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। जीनोम सिक्वेंसिंग (Genome Sequencing) में कोरोना डेल्टा प्लस (Corona Delta plus variant), कप्पा वेरिएंट (Kappa Variant) के मरीज मिले हैं। तो वहीं साइटोमेगलो वायरस (cytomegalovirus) की दिल्ली में दस्तक के बाद मेरठ से लेकर लखनऊ तक स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) व स्वास्थ्य विभाग लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे सावधानी बरतें। बाहर निकलते समय मास्क (Mask) व सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन करें, लेकिन अधिकरत क्षेत्रों में इसका असर होता नहीं दिख रहा है। जिससे तीसरी लहर की संभावनाएं बढ़ती जा रही है। ऐसे में सावधान रहने के साथ यह जानना बेहद जरूरी है कि इन नए वेरिएंट्स के लक्षण क्या है।

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खांसी, गले में खराश, जुखाम सभी वेरिएंट के आम लक्षण है, लेकिन गंभीर लेवेल पर पहुंचने पर यह सभी एक दूसरे से भिन्न हैं। वहीं इन पर कई शोध किए जा रहे हैं, जिससे इनके बारे में और अधिक जानकारी व लक्षणों के बारे में पता चल सके।

डेल्टा प्लस वेरिएंट के लक्षण-

खांसी, जुकाम और सर्दी जैसे लक्षण इस वायरस की चपेट में आने वालों में गंभीर रूप से देखने को मिले हैं। साथ ही गले में खराश, सिर दर्द व नाक बहना जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं। डेल्टा प्लस के बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय का मानना है की इसके लक्षण इतने घातक हैं कि यह फेफड़े की कोशिकाओं में पहले के मुकाबले ज्यादा मजबूती के साथ चिपक सकते हैं, जिस कारण फेफड़े ज्यादा तेजी से खराब हो सकते है। ये मरीज की इम्यूनिटी को कमजोर कर सकते हैं और चकमा भी दे सकते हैं।

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कप्पा वेरियंट के लक्षण-
कप्पा वेरियंट के बारे में कहा गया है कि डेल्टा प्लस से कम घाटक है। विशेषज्ञों का मानना है कि कप्पा वेरिएंट से पीड़ित लोगों में खांसी, बुखार, गले में खराश जैसे शुरुआती लक्षण दिखाई दे सकते हैं। वहीं, माइल्ड और गंभीर लक्षण कोरोनावायरस के अन्य म्यूटेंट्स के लक्षण की ही तरह होंगे। इस वैरिएंट को लेकर अभी और शोध किए जा रहे हैं। और कई जानकारियां सामने आनी बाकी हैं।

साइटोमेगलो वायरस के लक्षण-

प्रदेश में साइटोमेगलो वायरस को लेकर भी सरकार अलर्ट है। पोस्ट कोविड मरीजों को यह ज्यादा परेशान कर रहा है। ऐसे मरीज जिनकी इम्युनिटी बेहद कमजोर हो गई है, उन्हें साइटोमेगलो निशाना बना रहा है। लक्षणों की बात करें, तो पेट में दर्द, स्टूल में खून, बुखार, गले में खराश, थकान, सूजन आदि इसमें शामिल हैं।

डेल्टा वरिएं-
मोबाइल ऐप के जरिए यूके की सेल्फ-रिपोर्टिंग प्रणाली के मुताबिक, खांसी, गले में खराश, बुखार व सिरदर्द सामान्य कोरोना के लक्षण हैं, लेकिन डेल्टा वेरिएंट में बहती नाक एक नया लक्षण है। हालांकि, इसे साबित करने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं है।