
Corona
पत्रिका न्यूज नेटवर्क.
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में कोरोना (Coronavirus in UP) के मामलों में बढ़ोत्तरी दूसरी लहर की ओर इशारा कर रही है। आने वाले दिनों की चुनौती के लिए यूपी सरकार ने कम कसर ली है। ढिलाई बरती गई तो अंजाम भयावह हो सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि पहली लहर से ज्यादा कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक होगी। इसका अंदाजा दिल्ली व मुंबई जैसी जगहों में आ रहे कोरोना मरीजों की संख्या से लगाया जा सकता है। यूपी में भी प्रतिदिन नए मरीजों की संख्या में कोई खास कमी नहीं देखने को मिल रही है। लखनऊ समेत मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा जैसे जिलों में स्थिति ज्यादा चिंताजनक है। कोविड-19 के आ रहे नए मरीजों में पहले की तुलना में ज्यादा लक्षण भी देखने को मिल रहे हैं। डॉक्टरों ने इन लक्षणों को तीन भागों में बांटा गया है।
पहला चरण-
कोरोना के पहले फेज में मरीजों में कई अलग-अलग तरह के लक्षण देखे गए हैं। यह लक्षण बीमारी के पहले तीन दिनों में देखे जा रहे हैं। इनमें शरीर में दर्द, आंखों में दर्द, सिर दर्द, उल्टी, दस्त, नाक का बहना, आंखों में जलन, पेशाब के दौरान जलन होना, बुखार के जैसा महसूस होना, गले में खराश जैसे लक्षण शामिल हैं।
दूसरा चरण-
इसके बाद आता है कोरोना की दूसरा फेज, जिसमें चार से आठदिन के अंदर स्वाद न आना, आलस्य का बने रहना, सीने में दर्द, सीने में कसाव महसूस करना, सांस लेने में दिक्कत होना, किडनी के आस-पास दर्द रहना, उठने- बैठने के दौरान थकान जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
तीसरा चरण-
डॉक्टरों का कहना है कि नौवें दिन से शरीर अपने आप ही बीमारी से लड़ना शुरू कर देता है और यह प्रक्रिया अगले 14 दिन तक चलती है। इस दौरान डॉक्टरों द्वारा बताई गई गाइडलाइन को फॉलो किया तो सेहत में सुधार होना शुरू हो जाएगा। इस चरण में कोरोना के लक्षण दिखे या न दिखे, लेकिन मरीज को किसी से भी नहीं मिलना होगा। यदि संक्रमण के बाद हल्का बुखार है तो घर में ही उपचार करने की बजाए डॉक्टरों से परामर्श करें, अन्यता सेहत बिगड़ सकती है।
Published on:
29 Nov 2020 05:58 pm
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