
Lucknow Police
Crime Story: लखनऊ के सेंट्रल जोन की पुलिस टीम ने एक चौंकाने वाली घटना का खुलासा किया, जिसमें एक सर्राफा व्यापारी के नौकर ने सोने की लूट का झूठा नाटक रचा था। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने महज दो घंटों के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से लगभग ₹2 करोड़ के सोने के बिस्किट भी बरामद किए।
19 दिसंबर 2024 को हंसिनी ज्वैलर्स के कर्मचारी अमन सोढ़ी ने चौक स्थित आनंदी बुलियन ज्वैलर्स से 5 किलो सोने के बिस्किट खरीदे थे। इन बिस्किटों की कुल कीमत ₹3.94 करोड़ थी। कुछ समय बाद, अमन ने पुलिस को बताया कि अली क्लाथ हाउस के पास नदवा बंधा रोड पर बाइक सवार अज्ञात बदमाशों ने लोहे की रॉड से हमला किया और दो बिस्किट छीन लिए।घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस उपायुक्त सेंट्रल रवीना त्यागी के निर्देश पर थाना हसनगंज की टीम ने मामले की जांच शुरू की। शुरुआत में यह घटना संदिग्ध प्रतीत हुई, खासकर अमन के बयान में असमानताओं के चलते।
जांच और खुलासा: पुलिस ने 24 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की और आरोपी अमन सोढ़ी से गहन पूछताछ की। जांच में यह बात सामने आई कि अमन ने खुद पर हमला करने की झूठी कहानी गढ़ी और चोरी किए गए दो सोने के बिस्किट अपनी नानी के किराए के कमरे में छिपा दिए थे। अमन ने पुलिस के सामने अपनी साजिश स्वीकार की और बताया कि लालच में आकर उसने यह कदम उठाया था। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर नानी के कमरे से चोरी किए गए दो सोने के बिस्किट बरामद किए, जिनकी कुल कीमत लगभग ₹2 करोड़ थी।
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इस मामले में पुलिस की तेज़ कार्रवाई ने व्यापारियों का विश्वास बढ़ाया है। सर्राफा व्यवसायियों ने थाना हसनगंज पुलिस टीम को फूलमाला पहनाकर सम्मानित किया। पुलिस टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया जिसमें प्र.नि. डी.के. सिंह, अति.नि. प्रमोद कुमार पांडेय, उ.नि. सुरेंद्र सिंह, शिशिर कुमार सिंह, इन्दु कुमार तिवारी, सौरभ पांडेय, कॉन्स्टेबल मोहित यादव, अमजद खान और शिवकुमार शामिल थे। डीसीपी रवीना त्यागी के नेतृत्व में महानगर के एसीपी नेहा त्रिपाठी और हसनगंज थाना प्रभारी डीके सिंह की टीम को यह सफलता मिली।
डीसीपी के मुताबिक अमन ने लालच में आकर यह साजिश रची थी। वह सोचता था कि फर्जी लूट की कहानी बनाकर वह पकड़ा नहीं जाएगा, लेकिन पुलिस की सख्त तफ्तीश और सबूतों ने उसकी चालाकी को बेनकाब कर दिया। अमन का उद्देश्य था कि वह सोने को चोरी कर उसे बेचकर पैसे कमाए, लेकिन पुलिस की सजगता के कारण उसकी योजना विफल हो गई।
इस घटना के बाद स्थानीय समुदाय में हलचल मच गई। व्यापारी वर्ग ने इस घटना को लेकर हैरानी जताई, क्योंकि वे यह मानते थे कि उनका कर्मचारी ईमानदार था। पुलिस ने अपनी सख्त जांच और समय पर कार्रवाई से सबको यह दिखा दिया कि अपराध चाहे जितना भी चतुराई से किया जाए, वह पकड़ में आ ही जाता है।
Published on:
21 Dec 2024 11:27 am
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