
Cyber Fraud New Case: उत्तर प्रदेश में साइबर ठगी का नया तरीका सामने आया है। साइबर ठगों के इस तरीके ने पुलिस प्रशासन की नींद उड़ा दी है। इसमें लखनऊ में फर्जी पुलिस स्टेशन दिखाया गया। इतना ही नहीं, यहां भारी पुलिसबल भी दिखाया गया। इसके अलावा लड़की को भरोसे में लेने के लिए कस्टम और सीबीआई अधिकारी से भी बात कराई गई। इसके बाद उसे धमकाते हुए 17 दिन तक उसी के घर में डिजिटली अरेस्ट यानी कैमरे की नजर में बंधक बनाकर रखा गया। इस दौरान लड़की छोड़ने की गुहार लगाती रही। लड़की को छोड़ने के एवज में 15 लाख रुपये तत्काल मांगे गए, लेकिन लड़की के पास इतने पैसे नहीं थे। उसने ढाई लाख रुपये आरोपियों के खाते में ट्रांसफर किए। इसके बाद आरोपियों ने उसे मुक्त कर दिया। बाद में लड़की को ठगी का अहसास हुआ तो थाने पहुंचकर इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई है।
साइबर ठगी का ये मामला लखनऊ और फरीदाबाद से जुड़ा है। दरअसल, फरीदाबाद निवासी एक छात्रा ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें छात्रा ने बताया कि उसे उसके ही घर में 17 दिन तक डिजिटली अरेस्ट करके रखा गया। इस दौरान आरोपियों ने उससे ढाई लाख रुपये ऐंठ लिए। फरीदाबाद निवासी अनन्या मंगला ने पुलिस को बताया 12 अक्टूबर को उसके पास एक कॉल आई। इसमें कॉलर ने खुद को लखनऊ कस्टम विभाग का ऑफिसर बताया। परिचय देने के बाद उसने कहा कि एक पार्सल कंबोडिया भेजा जा रहा है। जिसमें काफी संख्या में पासपोर्ट और अन्य कार्ड मिले हैं। यह पार्सल आपके आधार नंबर से लिंक हैं। इसके लिए आपको आज ही एफआईआर दर्ज करानी पड़ेगी। वरना आपको लखनऊ कोर्ट में पेश होना पड़ेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अनन्या कुछ समझ पाती इससे पहले उसे स्काइप वीडियो कॉलिंग पर आने को कहा गया। कॉलर ने बताया कि वह अनन्या मंगला की पुलिस अधिकारियों से बात करवाएगा। अनन्या मंगला ने स्काइप के जरिए वीडियो कॉल की तो उसे थाने का बैकग्राउंड दिखा और उसमें बड़ी संख्या में पुलिस की वर्दी पहने लोग भी दिखाई दिए। इसके बाद अनन्या की एक पुलिस अधिकारी से बात कराई गई। इसमें पुलिस अधिकारी ने अनन्या से कहा कि हम आपका आधार कार्ड चेक कर रहे हैं।
इसके कुछ देर बाद ही पुलिस अधिकारी ने अनन्या को बताया कि उसके खिलाफ पहले से ही एक एफआईआर दर्ज है। इससे अनन्या डर गई। इस दौरान स्कैमर्स ने अनन्या से कहा कि आपका कनेक्शन एक बैंक अधिकारी के साथ भी सामने आ रहा है। उस व्यक्ति के खिलाफ भी पहले से ही ह्यूमन ट्रैफिकिंग जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। इसके अलावा कुछ शिकायतें ऐसी भी हैं जिसमें लोगों के बच्चों को विदेश भेजने के नाम पर आपने 3 करोड़ 80 लाख रुपये की ठगी की है।
अनन्या मंगला ने पुलिस को बताया कि इसके बाद फर्जी पुलिस अधिकारी ने उससे कहा कि हम आपकी मदद करना चाहते हैं और हर संभव मदद भी करेंगे। उन्होंने कहा कि सीबीआई अधिकारी भी हमारे बिल्डिंग में बैठते हैं। हम उनसे आपकी बात करते हैं। जिस पर सीबीआई अधिकारी ने अन्य से कहा कि जितने कीमत के आपके खिलाफ चार्ज हैं उसका 5 प्रतिशत यानी 15 लाख रुपए आपको अभी देना होगा।
सीबीआई अधिकारी ने कहा कि रकम नहीं देने पर आपको तुरंत अरेस्ट करना पड़ेगा। इसपर अनन्या ने कहा कि इतने पैसे उसके पास अभी नहीं हैं। इसपर सीबीआई अफसर बने स्कैमर्स ने कहा कि हम आपकी मदद कर रहे हैं और आपको डिजिटल अरेस्ट कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि इस दौरान आपको अपना स्काइप ऑन रखना होगा। हम आपकी आवाज सुनते रहेंगे। डिजिटली अरेस्ट में आरोपी को उसके ही घर में उसे बंधक बनाकर रखा जाता है।
अनन्या ने बताया कि इसके बाद स्कैमर्स लगातार उसपर दबाव बनाते रहे कि वह अपने पिता और अपने दोस्तों से रुपए मांगकर उन्हें 15 लाख रुपये दे। लेकिन कई दिनों की कोशिशों के बाद भी अनन्या इतने रुपये का इंतजाम नहीं कर पाई। अनन्या ने बताया कि अपनी आगे की पढ़ाई के लिए विदेश जा रही थी। इसके लिए उसने हॉस्टल की फीस के लिए ढाई लाख रुपए अपने पास रखे थे। काफी परेशान होने और चारों ओर से निराश होने के बाद अनन्या मंगला ने इस रकम को आरोपियों के अकाउंट में ट्रांसफर दिया। इसके बाद आरोपियों ने अनन्या से कहा कि अब हम आपका डिजिटल अरेस्ट खत्म कर रहे हैं। आप अपना स्काइप अकाउंट अब लॉग आउट कर सकते हैं।
Published on:
05 Nov 2023 07:40 pm
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