
डॉक्टर और कर्मचारी मरीजों को करते है परेशान
अस्पताल में मरीज व परिजनों को किसी भी प्रकार की तकलीफ नहीं होनी चाहिए। डॉक्टर व कर्मचारी अपने काम काज का तरीके में तब्दीली लाये। मरीजों से वसूली व बदसलूकी जैसी घटनाएं किसी भी दशा में न हों। ऐसा करने वालों पर कठोर कार्रवाई होगी। अव्यवस्था को रोकने के लिए अधिकारी नियमित राउंड लें। ताकि घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। गोंडा की घटना के बाद यूपी के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने प्रदेश भर के सभी सीएमओ और सीएमएस को निर्देशित किया है।
अस्पतालों में हुआ बहुत सुधार
उन्होंने कहा कि सरकार लगातार मरीजों को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रयास कर रही है। डॉक्टर व कर्मचारी मेहनत से काम कर रहे हैं। 2017 के बाद से अस्पतालों में काफी सुधार भी हो रहा है। डॉक्टर-कर्मचारियों के बरताव में बदलाव आया है। संसाधन भी बढ़े हैं। मरीजों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत की जा रही है।
डॉक्टर और कर्मचारी करते हैं परेशान
कुछ डॉक्टर-कर्मचारी मरीजों को पीड़ा देने से बाज नहीं आ रहे हैं। इससे सबकी मेहनत पर पानी फिर रहा है। ऐसे लोग सतर्क हो जायें। कामकाज का तरीका बदल लें। अन्यथा कठोर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि गोंडा जैसी घटनाएं भविष्य में नहीं होनी चाहिए। ऐसे करने वाले किसी भी अधिकारी व कर्मचारी को बख्शा नहीं जायेगा। मरीजों के इलाज में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए।
बृजेश पाठक ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में इलाज की सभी सुविधाएं मुफ्त मुहैया कराई जा रही हैं। लिहाजा अनैतिक रूप से धन कमाने की कोई भी चेष्टा न करे। पाठक ने कहा कि ओटी के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगवाये जायें। जहां कैमरे लगे हैं अधिकारी उन्हें देखें। यदि खराब है। तो चालू करवाये। मरीजों से किसी भी दशा में पैसे न लिये जायें।
महिला अस्पताल को भी कड़े निर्देश
महिला अस्पताल में भी विशेष सतर्कता बरती जाये। जांच से लेकर सभी दवा मरीजों को मुफ्त उपलब्ध कराई जाए। साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाये। ठंड से बचाव के इंतजाम किए जाएं। तीमारदारों के लिए अलाव की व्यवस्था करें। पीने के साफ पानी का इंतजाम करें।
Updated on:
22 Dec 2022 04:06 pm
Published on:
22 Dec 2022 03:15 pm
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