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डीजीपी न बन पाने का मलाल नहीं, मेरे सभी अफसरों से हैं अच्छे संबंध- डॉ सूर्य कुमार शुक्ला

राम मंदिर पर समाधान मुमकिन, वक्त आने पर बोलूंगा- डॉ सूर्य कुमार शुक्ला

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लखनऊ

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Nitin Srivastva

Aug 24, 2018

DG Home Guard Dr. Surya Kumar Shukla exclusive interview

Dr Surya Kumar Shukla

लखनऊ. 1982 बैच के आईपीएस अफसर और उत्तर प्रदेश के कमाण्डेंट जनरल (महानिदेशक, होमगार्ड्स) डॉ। सूर्य कुमार शुक्ला से विभाग, विवाद और उनके जीवन से जुड़े कई अहम मुद्दों पर खास बातचीत की राजस्थान पत्रिका के विशेष संवाददाता अनुराग मिश्रा ने।।।

पत्रिका- आप प्रदेश में डीजीपी पद के सबसे अहम दावेदार थे, आपको बनाया नहीं गया, दुख होता है?

डॉ सूर्य कुमार- देखिए मैं वरिष्ठताक्रम में ऊपर था, डीजीपी बनना चाहिए था लेकिन कुछ फैसले आपके हाथ में नहीं होते, किसको बनाना है, किसको हटाना है ये सरकार का विशेषाधिकार है। सच बताउं तो मुझे इस बात का कोई अफसोस नहीं, मेरे वर्तमान डीजीपी ओपी सिंह से अच्छे संबंध हैं, डीजीपी सहित सभी अफसर मेरा सम्मान करते हैं। काम से काम रखता हूं, बहुत इधर उधर नहीं जाता हूं। हां पुलिस रिफार्म और पुलिसिंग को दुरुस्त करने को लेकर बहुत करने की तमन्ना थी वो समय समय पर दिए गए पद पर रहते हुए ईमानदारी से कर्तव्य का निर्वहन किया इसका संतोष है और वर्तमान में प्रदेश की दूसरी बड़ी फोर्स होमगार्ड विभाग की बेहतरी के लिए तमाम कार्य कर तसल्ली है।

पत्रिका- आपको डीजीपी नहीं बनाए को लेकर आरटीआई लगी थी, सरकार ने कोई जवाब दिया?

डॉ सूर्य कुमार- देखिए इस बारे में सरकार ने कोई जवाब तो नहीं दिया लेकिन मेरा इस विषय में अलग प्वाइंट आफ व्यू है। हमें जो मिला हम उसके बारे में नहीं सोचते, जो नहीं मिला उसका विचार करते हैं, मैंने समाज की सेवा के लिए जरूरत पड़ने पर एनकाउंटर भी किए और मैं आपको बता दूं कि होमगार्ड विभाग सेवा और सुरक्षा का विभाग है और शायद मुख्यमंत्री को लगा हो कि मैं सुरक्षा के साथ सेवा भी बेहतर कर सकता हूं तो प्रदेश की दूसरी बड़ी फोर्स का मुखिया बना दिया।

पत्रिका- होमगार्ड्स की हालत अच्छी नहीं मानी जाती है, कई गड़बड़ियां हैं, विभाग के अफसरों और सुपरवाइजरों द्वारा बड़े भ्रष्टाचार की भी शिकायत होती है। क्या चुनौती है विभाग को ठीक करने में?

डॉ सूर्य कुमार- देखिए जब मैंने एक वर्ष पूर्व होमगार्ड्स विभाग के कमाण्डेंट जनरल के पद पर बैठा तो सबसे पहले इस बात का पता लगाना शुरु किया कि उत्तर प्रदेश पुलिस के बाद सबसे बड़ी फोर्स होने के बावजूद होमगार्ड तकलीफ में क्यों हैं। मैंने पाया कि ड्यूटी लगवाने के लिए घूस ली जा रही है, ड्यूटी बदलवाने के लिए घूस ली जा रही है। मैंने कम्प्यूटराईज्ड रोस्टर सिस्टम शुरु किया, ये सुनिश्चित किया कि 90 हज़ार जवानों की ड्यूटी रोज़ाना लगे। मैं सफल रहा जिससे भ्रष्टाचार में कमी आई।

पत्रिका- आपने नेताओं की गैरवाजिब सिफारिश मानने से इनकार कर दिया, विभाग में कुछ कार्रवाई भी की?

डॉ सूर्य कुमार- जी बिल्कुल, गैरवाजिब राजनीतिक हस्तक्षेप से फोर्स का मनोबल गिरता है, दूसरी तरफ मनबढ़ किस्म के करीब 300 लोगों को बर्खास्त किया, कमाण्डेंट्स लेवल पर जो गड़बड़ थे उनको हटाया, बहुतों को विभागीय चेतावनी जारी करवाया।

पत्रिका- कई कमाण्डेंट्स और सुपरवाइज़र बड़े पैमाने पर गड़बड़ करते हैं?

डॉ सूर्य कुमार- सही कहा, इसके लिए अलग अलग जिलों में पहली बार मैंने गोपनीय पर्यवेक्षक नियुक्त किए, जो भ्रष्ट अफसरों की पहचान कर रहे हैं, कमाण्डेंट्स और अफसरों को कड़े निर्देश और चेतावनी है।

पत्रिका- हाल ही में आपके प्रयासों के चलते होमगार्ड्स का दैनिक भत्ता 375 रुपये से 500 रुपये किया गया, कैसे मुमकिन हुआ?

डॉ सूर्य कुमार- इसके लिए विभागीय मंत्री अनिल राजभर, वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल का शुक्रगुजार हूं, देखिए होमगार्ड अल्प वेतन भोगी है, गरीब परिवार से आता है, दैनिक भत्ता कम था, मैेंने जब इस बारे में प्रयास किया तो भत्ता बढ़ने से सरकारी खजाने पर पौने पांच सौ करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा था लेकिन वित्त मंत्री और मुख्यमंत्री ने मेरी बात मानी और होमगार्ड्स 500 रूपये दैनिक भत्ता पा रहे हैं। मेट्रो, बैंक, विश्वविद्यालय के साथ साथ पुलिस कर्मियों से तीन गुना ज्यादा होमगार्ड प्रदेश की ट्रैफिक व्यवस्था देख रहे हैं।

पत्रिका- होमगार्ड का नाम आते ही बड़ा ही दीन हीन, मैला कपड़ा पहने, डंडा लिए व्यक्ति का चेहरा ध्यान आता है?

डॉ सूर्य कुमार- नहीं, आप पहले की बात कर रहे हैं, मैंने बंगाल से करीब 2 करोड़ से ज्यादा कीमत की अत्याधुनिक इंसास रायफल खरीदी, सेंट्रल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट बनकर तैयार है, उद्घाटन हो चुका है, अब वर्दी दुरुस्त है और हमारा होमगार्ड चुस्त।

पत्रिका- आप अभी विभाग के सामाजिक दायित्वों की बात कर रहे थे?

डॉ सूर्य कुमार- मैं आपको बता दूं कि विभाग की तरफ से 11 लाख वृक्ष लगाए जा रहे हैं, नमामि गंगे जागृति यात्रा हरिद्वार से बलिया तक निकाली गई, लोगों को नदियों, अपना परिवेश साफ रखने के लिए विभाग ने अभियान चला रखा है।

पत्रिका- कानून व्यवस्था में कोई खास सुधार नहीं दिख रहा, ऐसा क्यों?

डॉ सूर्य कुमार- देखिए आउटडेटेड नियम कानून के तहत सभी काम कर रहे हैं, इसमें व्यापक सुधार की ज़रूरत है, हालत कुछ ठीक हुए हैं लेकिन नए नियम पर काम करने की आवश्यकता है, नहीं तो जनता ऐसे ही पिसती रहेगी।

पत्रिका- राम मंदिर पर कुछ महीनों पहले आपने एक शपथ ली थो जिसको लेकर विवाद हुआ था?

डॉ सूर्य कुमार- राम मंदिर मामले पर बहुत आसान समाधान है लेकिन फिलहाल कुछ नहीं बोलूंगा, वक्त आने पर इस विषय पर बोलूंगा।।फिलहाल पहले लिखी 12 किताबों के बाद अब यूथ को पॉजिटिव अप्रोच के साथ मोबलाइज़ करने में लगा हूं। यूथ के लिए कुछ साहित्य लिखने की सोच रहा हूं।