
लखनऊ. राज्यसभा चुनाव में बाहरी नेताओं को यूपी रास आ सकता है। अब उन्हें राज्यसभा में जाना है तो वे यूपी से ऊपरी सदन में जाने के लिए जोर आजमाइश में जुट गए हैं। यूपी से राज्यसभा जाने के लिए बीजेपी के कई दिग्गज अपनी तैयारी में जुट गए हैं। सूबे में राज्यसभा की दस सीटों के लिए चुनाव होने वाला है। बीजेपी में इस चुनाव को लेकर गहन-मंथन शुरू हो गया है। किसे ऊपरी सदन में भेजा जाए इसके लिए बाहरी दिग्गज भी यूपी का रूख कर रहे हैं। बतादें कि पूरे देश में राज्यसभा की 58 सीटों के लिए चुनाव हो रहा है। जिसमें सबसे अधिक दस सीटें यूपी में हैं। दस सीटों में से आठ पर बीजेपी के प्रत्याशी जीतना तय है। अगर बीजेपी ने जोड़तोड़ की तो ९वीं सीट भी उसकी झोली में आ सकती है।
ये हैं भेजना है मजबूरी
बीजेपी के दिग्गज नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली , केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय संगठन के महासचिव भूपेंद्र यादव को भेजा जा सकता है। बतादें कि अरुण जेटल अभी गुजरात से राज्यसभा सांसद हैं वहीं धर्मेंद्र प्रधान बिहार से और भूपेंद्र यादव राजस्थान से राज्य सभा सांसद हैं। राजनीतिक गुणा भाग को देखते हुए पार्टी का नेतृत्व धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव को भी यूपी से प्रत्याशी बना सकता है। वहीं मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भी यूपी का रूख कर सकते हैं। फिलहाल वे मध्य प्रदेश से सांसद हैं, लेकिन वहां आगे चुनाव होना है। राजनीतिक गुणा भाग करते हुए पार्टी उन्हें यूपी का रूख करा सकती है।
इन्हें भी है उम्मीद
वहीं संघ से भी जिन नामों की चर्चा हो रही है। चाहे वो रामलाल हों, राम माधव, मुरलीधर राव हों या सुनील बंसल। ये सभी बाहरी हैं। वहीं एनडीए के सदस्य भी बीजेपी से उम्मीद लगाए बैठे हैं। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि बाहर वालों को यूपी रास आ रहा है तो बड़ी बात नहीं होगी। इस संबंध में यूपी बीजेपी के महामंत्री विजय बहादुर पाठक का कहना है कि ये निर्णय संसदीय बोर्ड को करना है। पार्टी जिसे भी प्रत्याशी बनाएगी उसके लिए काम करना हम सभी की जिम्मेदारी है।
Published on:
28 Feb 2018 05:53 pm
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