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Earthquake: यूपी समेत इन राज्यों में बढ़ी भूकंप की संभावना, मौसम विभाग ने जारी की रिपोर्ट

दिल्ली एनसीआर समेत यूपी और अन्य राज्यों में बार-बार आ रहे भूकंप के झटकों से लोगों में डर का माहौल बना हुआ है। ऐसे में मौसम विभाग ने एक रिपोर्ट जारी की है। जिसमें भूकंप आने की संभावना के आधार पर राज्यों को पांच अलग- अलग जोन में बांटा गया है।

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लखनऊ

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Suvesh shukla

Nov 06, 2023

Earthquake possibilities increased in up and other states Meteorologic

दिल्ली एनसीआर और यूपी समेत भारत के कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र नेपाल रहा। रविवार की शाम करीब 4:15 मिनट पर एक बार फिर दिल्ली समेत यूपी की धरती एक बार फिर हिल उठी। लोग घरों से बाहर आ गए। इस बार भी भूकंप का केंद्र नेपाल रहा। भूकंप की तीव्रता 5.6 मापी गई।

लगातार आ रहे भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। ऐसे में अपनी सुरक्षा को लेकर लोग चिंतित हैं। लोगों के मन में भूकंप आने की संभावना को लेकर तरह-तरह के प्रश्न उठ रहे हैं। इन प्रश्नों का जवाब मौसम विभाग के जारी किए गए रिपोर्ट में है।

भूकंप कहां से शुरू होता है?
पृथ्वी की सतह के नीचे का वह स्थान जहां भूकंप शुरू होता है, हाइपोसेंटर कहलाता है , और पृथ्वी की सतह पर इसके ठीक ऊपर का स्थान अधिकेंद्र कहलाता है।

भारत और नेपाल में क्यों आते हैं भूकंप के झटके?
जब एक टेक्टोनिक प्लेट नीचे और दूसरा टेक्टोनिक प्लेट घर्षण से ऊपर जाता है तो ज्वालामुखी व पहाड़ बनते हैं। इन प्लेटों के टकराने से भारत और नेपाल दोनों जगह भूकंप आते हैं। नेपाल और हिमालय के क्षेत्र में जब भी भूकंप आता है तो दिल्ली और उत्तर भारत को इसका का सामना करना पड़ता है।

पांच जोन में बाटे गए हैं भूकंप के क्षेत्र
दरअसल, भूकंप को लेकर विशेषज्ञों ने भारत को पांच जोन में बांटा है। इन पांचो जोन में भूकंप आने की संभावना अलग-अलग होती है। आइए जानते हैं इन पांच जोन में कौन-कौन से राज्य आते हैं।

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जोन - 1: पहले जोेन में पश्चिमी मध्यप्रदेश, पूर्वी महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक और उड़ीसा के हिस्से आते हैं। यहां भूकंप का सबसे कम खतरा रहता है।

जोन- 2 : दूसरे जोन में भूकंप की संभावना थोड़ी अधिक रहती है। इसमें तमिलनाडु, राजस्थान और मध्यप्रदेश का कुछ हिस्सा, पश्चिम बंगाल और हरियाणा शामिल है। यहां भूकंप आने की संभावना रहती है।

जोन- 3 : तीसरे जोन में भूकंप के झटके आते रहते हैं। जोन- 3 में केरल, बिहार, पंजाब, महाराष्ट्र, पश्चिमी राजस्थान, पूर्वी गुजरात, उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश का कुछ हिस्सा आता है।

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जोन- 4 : यहां भूकंप का खतरा लगातार बना रहता है और रुक-रुक कर भूकंप आते रहते हैं। इस जोन में मुंबई, दिल्ली जैसे महानगर, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी गुजरात, उत्तरांचल, उत्तरप्रदेश के पहाड़ी इलाके और बिहार-नेपाल सीमा के इलाके शामिल हैं।

जोन- 5 : भूकंप के लिहाज से ये सबसे खतरनाक इलाका है। इसमें गुजरात का कच्छ इलाका, उत्तरांचल का एक हिस्सा और पूर्वोत्तर के ज्यादातर राज्य शामिल हैं।

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