
बुद्धेश्वर विहार के पास बड़ा हादसा टला, फायर ब्रिगेड ने समय पर पाया काबू (फोटो सोर्स : Police Whatsapp News Group )
Electric Vehicle Car Fire: लखनऊ में सुबह एक बड़ा हादसा टल गया, जब बुद्धेश्वर विहार इलाके में अवध ग्रीन लॉन के सामने एक चलती इलेक्ट्रिक कार अचानक धधक उठी। टाटा नेक्सन मॉडल की यह इलेक्ट्रिक कार तौकीर फातिमा नाम की चालक के नाम से रजिस्टर्ड बताई जा रही है। कार में जैसे ही आग लगी, वाहन में सवार लोगों ने तुरंत चौकन्ना होते हुए बाहर कूदकर अपनी जान बचाई। समय रहते सभी यात्रियों के सुरक्षित बाहर निकल आने से किसी तरह की जनहानि नहीं हुई, लेकिन कार कुछ ही मिनटों में पूरी तरह जलकर राख हो गई।
स्थानीय लोगों के अनुसार सुबह करीब 10 बजे के आसपास अचानक कार से धुआँ उठना शुरू हुआ। शुरू में लगा कि इंजन में कोई तकनीकी खराबी होगी, लेकिन कुछ ही सेकंड में कार से तेज़ चिंगारियां निकलने लगीं और आग फैलती चली गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार में बैठे लोग तुरंत दरवाजे खोलकर बाहर निकले। कुछ लोग भागते-भागते मदद के लिए चिल्ला भी रहे थे। कुछ देर में कार का पूरा आगे का हिस्सा लपटों में घिर गया। लोगों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचित किया। हालांकि इलेक्ट्रिक कार होने के कारण शुरुआती आग पर नियंत्रण पाना आसान नहीं था, लेकिन आग को फैलने से रोकने के लिए स्थानीय लोगों ने भी दूरी बनाते हुए सुरक्षा के कदम उठाए।
घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। टीम ने तीन दिशाओं से पानी की बौछारों के साथ आग पर नियंत्रण पाने का प्रयास शुरू किया। इलेक्ट्रिक वाहन होने के कारण बैटरी पैक में लगी आग ज्यादा खतरनाक मानी जाती है, क्योंकि यह तेजी से फैलती है और इसे बुझाने में पारंपरिक तकनीकें सीमित असर दिखाती हैं।
फायर अधिकारी ने बताया कि हमें जैसे ही सूचना मिली कि ई-कार में आग लगी है, टीम को तुरंत रवाना किया गया। वाहन की बैटरी में आग पकड़ने की वजह से कार कुछ ही मिनटों में पूरी तरह जल चुकी थी। हमने समय रहते आग पर नियंत्रण पाया, जिससे आसपास की गाड़ियों और जगहों को नुकसान नहीं पहुंचा। फायर टीम के प्रयासों से आग को फैलने से पहले ही पूरी तरह बुझा लिया गया, लेकिन तब तक वाहन राख में बदल चुका था।
कार चालक तौकीर फातिमा और उनके साथ मौजूद यात्रियों ने समय रहते वाहन से बाहर निकलकर अपनी जान बचाई। अगर वे कुछ देर और कार में बैठे रहते तो स्थिति बेहद गंभीर हो सकती थी। इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरियों में आग लगते ही तापमान तेजी से बढ़ता है और धमाके की संभावना भी रहती है। यात्रियों ने बताया कि कार पहले सामान्य रूप से चल रही थी और अचानक एक अजीब-सी गंध आने लगी। जैसे ही कार साइड में खड़ी की गई, उसके अगले हिस्से से धुआं उठता दिखा। यह देखते ही यात्रियों ने तुरंत बाहर निकलने में ही समझदारी समझी।
कार के जलने से मुख्य मार्ग पर कुछ समय के लिए यातायात प्रभावित हुआ। स्थानीय पुलिस ने तुरंत सड़क को खाली कराया और वाहनों को दूसरे मार्गों से भेजा। दमकल की कार्रवाई खत्म होने के बाद कार के अवशेषों को हटा कर सड़क को सामान्य किया गया। पुलिस का कहना है कि घटना में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है और मामले की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है।
इलेक्ट्रिक कारों में आग लगने की घटनाएं हाल में देश के कई हिस्सों में सामने आई हैं। इस घटना के बाद पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने कार की बैटरी और विद्युत प्रणाली के अवशेषों को जांच के लिए सील कर लिया है। विशेषज्ञ यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि आग बैटरी ओवरहीटिंग, शॉर्ट-सर्किट, मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट, या किसी बाहरी तकनीकी वजह से लगी। पुलिस सूत्रों के अनुसार प्रारंभिक जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि आग बैटरी पैक के भीतर शॉर्ट-सर्किट होने के कारण लगी हो सकती है।
इलेक्ट्रिक कारें और बाइकें आमतौर पर सुरक्षित मानी जाती हैं, लेकिन बैटरी तकनीक में गड़बड़ी, गलत चार्जिंग तरीके या थर्मल रनअवे जैसी स्थितियां हादसों की वजह बन जाती हैं।
घटना के बाद स्थानीय लोगों में खासा डर देखने को मिला। आसपास के वाहन मालिकों ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों की आग की घटनाएं सामने आने के बाद सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ रही है। लोगों ने सरकार और वाहन निर्माताओं से सख्त सुरक्षा मानकों और नियमित जांच की मांग की। एक स्थानीय निवासी ने कहा कि अगर कार चलती सड़क पर ही ब्लास्ट कर जाती या किसी और वाहन से टकरा जाती, तो बड़ा हादसा हो सकता था।"
फिलहाल पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है। फायर विभाग की रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के बाद ही घटना के सही कारणों का खुलासा होगा। कार पूरी तरह जल चुकी है, जिससे जांच जटिल होगी, लेकिन विशेषज्ञ बचे हुए हिस्सों से सुराग जुटाने का प्रयास कर रहे हैं।
Published on:
23 Nov 2025 01:12 am
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