
लखनऊ. संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ उत्तर प्रदेश के सिनेमाघरों में प्रदर्शित नहीं हो पायेगी। हिंदूवादी संगठनों ने न सिर्फ फिल्म को लेकर विरोध जताया है बल्कि खुली चेतावनी दी है कि उत्तर प्रदेश के किसी भी सिनेमाघर में इस फिल्म को प्रदर्शित नहीं होने देंगे। विश्व हिन्दू परिषद, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा सहित कई संगठनों ने फिल्म को क्षत्रिय समाज की आराध्य रानी पद्मावती के चरित्र हनन वाला करार दिया है।
क्षत्रिय समाज ने फिल्म को बताया आपत्तिजनक
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप सिंह बब्बू ने बताया कि उत्तर प्रदेश के किसी भी सिनेमाघर में इस फिल्म को प्रदर्शित नहीं होने दिया जाएगा। इस फिल्म में जानबूझकर गलत तथ्य जोड़े गए हैं। प्रदीप ने कहा कि रानी पद्मावती को लेकर जिस तरह के आपत्तिजनक दृश्य फिल्म में दर्शाये गए हैं, उन्हें क्षत्रिय समाज ही नहीं, बल्कि देश का कोई भी व्यक्ति बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों दशहरा मिलन के अवसर पर संगठन के पदाधिकरियों के बीच हुई बातचीत में इस बात पर सहमति बनी है कि फिल्म को प्रदेश में कहीं भी रिलीज नहीं देंगे। इसके अलावा आने वाले दिनों में बैठक कर संगठन इस विषय पर रणनीति तैयार कर उत्तर प्रदेश सरकार से भी यूपी में फिल्म पर रोक लगाने की मांग करेगा।
विहिप ने भी किया है विरोध का ऐलान
इससे पहल विश्व हिन्दू परिषद ऐलान कर चुका है कि दिसम्बर में रिलीज होने जा रही फिल्म पद्मावती को उत्तर प्रदेश के किसी भी सिनेमाघरों में नहीं चलने दिया जाएगा। विहिप के प्रदेश सह मंत्री राकेश वर्मा ने पिछले दिनों गोंडा में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ‘पद्मावती’ फिल्म में राजस्थानी जौहर का अपमान करते हुए विदेशी आक्रान्ताओं का गुणगान किया गया है। वर्मा ने कहा कि कोई भी राष्ट्रभक्त महारानी पद्मावती का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा। विहिप ने सरकार से इस फिल्म पर रोक लगाने की मांग की है। पिछले दिनों इस फिल्म का ट्रेलर जारी हुआ है। फिल्म में दीपिका पादुकोण , शाहिद कपूर , रणवीर सिंह मुख्य भूमिकाओं में हैं।
Published on:
21 Oct 2017 11:22 am
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