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UP: कौशल विकास मिशन के तहत स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़े पांच नए कोर्सों को किया जाएगा जल्‍द शामिल

कौशल विकास मिशन के तहत उत्तर प्रदेश में छह माह में स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़े पांच नर्सिंग स्‍कूल, तीन पैरामैडिकल को क्रियाशील किया जाएगा वहीं 24 स्किल लैब का शिल्‍यान्‍यास किया जाएगा। नीट के जरिए से जीएनएम और बीएससी नर्सिंग में प्रवेश किया जाएगा। वहीं 24 स्किल लैब का शिल्‍यान्‍यास किया जाएगा।

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लखनऊ

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Jyoti Singh

May 01, 2022

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उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन में स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़े पांच नए कोर्सों को जल्‍द शामिल किया जाएगा। जिसमें ओटी टेक्‍नीशियन, रेडियोथेरेपी टेक्‍नीशियन, एनेस्‍थीसिया टेक्‍नीशियन, डायलिसिस टेक्‍नीशियन और एमआरआई टेक्‍नीशियन के कोर्सों शामिल हैं। बता दें, प्रदेश में योगी सरकार ने पिछले पांच सालों में स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी है। यह इसी का परिणाम रहा कि योगी सरकार के पिछले कार्यकाल में प्रदेश की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिली हैं। ऐसे में योगी सरकार 2.0 ने आने वाले पांच सालों के लिए एक बेहतरीन रोडमैप तैयार कर लिया है। पिछले कई दशकों से यूपी की स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाओं में रोढ़ा बने मानव संसाधन के लिए योगी सरकार ने एक बेहतरीन योजना के तहत काम करने जा रही है।

नीट के जरिए होगी चनय प्रक्रिया

योगी सरकार नर्सिंग पैरामैडिकल में गुणात्‍मक सुधार करेगी। सरकारी मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्‍पतालों में नर्सिंग कॉलेज की स्‍थापना और सीट में वृद्धि‍ की जाएगी। इसके साथ ही प्राइवेट नर्सिंग कॉलेज की गुणवत्‍ता में सुधार किया जाएगा। योगी सरकार द्वारा इसके लिए एक बेहतरीन रोडमैप तैयार किया जाएगा। प्रदेश में छह माह में पांच नर्सिंग स्‍कूल, तीन पैरामैडिकल को क्रियाशील किया जाएगा वहीं 24 स्किल लैब का शिल्‍यान्‍यास किया जाएगा। नीट के जरिए से जीएनएम और बीएससी नर्सिंग में प्रवेश किया जाएगा।

पांच सालों में 49 से अधिक नर्सिंग स्‍कूल प्रदेश में होंगे क्रियाशील

प्रदेश में पांच सालों में 49 से अधिक नर्सिंग स्‍कूल क्रियाशील होंगे वहीं पैरामैडिकल के लिए 49 क्रियाशील होंगे। साथ ही इन पांच सालों में एमबीबीएस की 7000, पीजी की 3000, नर्सिंग की 14,500 और पैरामेडिकल की 3,600 सीटों को बढ़ाया जाएगा। गौरतलब है कि पिछली सरकारों के मुकाबले योगी सरकार का कार्यकाल स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं के लिए स्‍वर्णिम युग लेकर आई है। 24 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में साल 2017 से पहले जहां महज 12 मेडिकल कॉलेज थे वहीं योगी सरकार द्वारा सत्‍ता की कमान संभालने के बाद यूपी में तेजी से चिकित्‍सीय सुविधाओं में विस्‍तार किया गया।