जैन इंटर कालेज में मुलायम सिंह के सहशिक्षक रामरूप यादव ने बताया कि मुलायम सिंह आम शिक्षकों की तरह कभी भी रट रटाया पाठ बच्चों को नहीं पढ़ाते थे। वे विषय में रोचकता लाने में माहिर थे। वे पढ़ाई के दौरान बच्चों को पीटने के सख्त विरोधी थे। अगर किसी बच्चे से गलती हो जाए तो उसे प्यार से समझाते थे। उनका कहना था कि दूसरे के अवगुण नहीं बल्कि गुणों को देखें, जरूरी हो तो उन्हें आत्मसात करें। मुलायम सिंह राजनीति शास्त्र के प्रवक्ता होने के साथ ही अंग्रेजी भी बच्चों को पढ़ाते थे।