
Gold Rate Today
Gold Rate Today: त्योहारी सीजन की शुरुआत के साथ ही भारत में सोने की कीमतों में भारी बढ़ोतरी देखी जा रही है। यह उछाल मुख्य रूप से घरेलू बाजार में बढ़ती मांग और वैश्विक आर्थिक कारकों के कारण है। 19 अक्टूबर को इंदौर के स्थानीय सराफा बाजार में सोने की कीमत 650 रुपये बढ़कर 79,950 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई। यह तेजी पूरे देश में सोने के बढ़ते दामों के रुझान का संकेत देती है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर 18 अक्टूबर को सोने की वायदा कीमत दिसंबर डिलीवरी के लिए 77,620 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई। वहीं, वैश्विक स्तर पर कमोडिटी बाजार में सोने का वायदा 0.76% की बढ़त के साथ 2,728.10 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। यह संकेत देता है कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में सोने की कीमतों में मजबूती देखी जा रही है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 22 कैरेट सोने की कीमत 72,930 रुपये और 24 कैरेट सोने की कीमत 79,570 रुपये प्रति 10 ग्राम है।
22 कैरेट सोने की कीमत 72,930 रुपये प्रति 10 ग्राम, जबकि 24 कैरेट सोने की कीमत 79,570 रुपये प्रति 10 ग्राम है।
यहां 22 कैरेट सोना 72,800 रुपये प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोना 79,420 रुपये प्रति 10 ग्राम बिक रहा है।
इन शहरों में 22 कैरेट सोना 72,800 रुपये और 24 कैरेट सोना 79,420 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर है।
यहां 22 कैरेट सोना 72,830 रुपये प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोना 79,470 रुपये प्रति 10 ग्राम है।
बिहार की राजधानी पटना में 22 कैरेट सोने की कीमत 72,830 रुपये और 24 कैरेट सोने की कीमत 79,470 रुपये प्रति 10 ग्राम है।
त्योहारी मांग: दिवाली और शादी के सीजन में सोने की मांग में भारी वृद्धि होती है, जिससे कीमतों में उछाल आता है।
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता: वैश्विक बाजार में आर्थिक अनिश्चितताओं के चलते निवेशक सोने में निवेश करते हैं, जिससे मांग बढ़ती है।
रुपये की अस्थिरता: डॉलर के मुकाबले रुपये में उतार-चढ़ाव सोने की घरेलू कीमतों को प्रभावित करता है।
अंतरराष्ट्रीय दरें: वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों में बढ़ोतरी से घरेलू बाजार पर भी असर पड़ता है।
सरकारी नीतियां: आयात शुल्क या सोने से जुड़े नियमों में बदलाव भी सोने की कीमतों को प्रभावित करते हैं।
उपभोक्ताओं और निवेशकों के लिए क्या मायने रखती है यह बढ़ोतरी
सोने की बढ़ती कीमतें उपभोक्ताओं और निवेशकों के लिए कई चुनौतियां और अवसर लेकर आती हैं। त्योहारी सीजन में सोना खरीदना महंगा हो सकता है, लेकिन निवेशकों के लिए यह एक सुरक्षित विकल्प बना हुआ है। ज्वेलर्स को भी इस दौरान ग्राहकों की रुचि बनाए रखने के लिए विशेष योजनाएं और डिजाइन पेश करने की आवश्यकता हो सकती है।
त्योहारी सीजन के दौरान सोने की मांग में इजाफा भले ही हो, लेकिन ऊंची कीमतों के चलते कुछ खरीदार अपनी योजना में बदलाव कर सकते हैं। हालांकि, सोने का भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व होने के कारण, मांग में बड़ी कमी आने की संभावना कम है।
Updated on:
23 Oct 2024 07:47 am
Published on:
23 Oct 2024 07:46 am
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