रिटायर हुए ड्राइवरों को दोबारा मिलेगा मौका
दरअसल, वर्तमान में ड्राइवर के रिटायरमेंट के बाद चालकों की कमी हो जाती है, जिससे कई बसें डिपो में खड़ी रह जाती हैं। इससे यात्रियों को परेशानी तो होती ही है, साथ में रोडवेज को राजस्व का नुकसान भी होता है। हालांकि, रोडवेज में ड्राइवरों की भर्ती आउटसोर्सिंग के जरिए की जा रही है, लेकिन कम वेतन के कारण आवेदकों की संख्या बेहद कम है। इस समस्या का निदान करते हुए नए नियम निकाले गए हैं। नौकरी के लिए पूरे करने होंगे ये मानक-
- ड्राइवरों को 60 साल की उम्र पूरी होने पर मेडिकल टेस्ट में पास होना होगा।
- 62 साल की उम्र तक हर छह महीने में फिटनेस टेस्ट पास करना होगा।
- ड्राइवर अपने सेवाकाल के पिछले तीन सालों में एक महीने में 2500 किलोमीटर बस चलाया हो।
- पिछले तीन सालों में चालक की किसी दुर्घटना में संलिप्तता न हो।