
चालकों और परिचालकों के मानदेय में क्रमशः 9% और 7% वृद्धि, एक जनवरी 2025 से लागू परिवहन निगम के फैसले का कर्मचारी संगठनों ने किया स्वागत।
Good News: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) ने संविदा पर कार्यरत चालकों और परिचालकों के मानदेय में वृद्धि का ऐलान किया है। यह फैसला करीब 32 हजार संविदा चालकों और परिचालकों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। परिवहन निगम के इस कदम को कर्मचारियों और उनके संगठनों द्वारा सराहा गया है। इस बढ़ोतरी से चालकों और परिचालकों के जीवनस्तर में सुधार होने की उम्मीद है। बढ़ा हुआ मानदेय 1 जनवरी 2025 से प्रभावी होगा।
परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि चालकों के मानदेय में 9% और परिचालकों के मानदेय में 7% वृद्धि की गई है। वर्तमान में संविदा चालकों और परिचालकों को 1.89 रुपये प्रति किलोमीटर की दर से मानदेय मिलता था। यह दर अब बढ़ाकर चालकों के लिए 2.06 रुपये प्रति किलोमीटर और परिचालकों के लिए 2.02 रुपये प्रति किलोमीटर कर दी गई है। इसका मतलब है कि चालकों के मानदेय में 17 पैसे प्रति किलोमीटर और परिचालकों के मानदेय में 13 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की गई है। यह वृद्धि सीधे तौर पर संविदा कर्मियों के मासिक आय पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी।
रोडवेज के प्रवक्ता अजीत कुमार सिंह ने बताया कि इस फैसले से उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के लगभग 32,000 संविदा कर्मियों को लाभ होगा। बढ़े हुए मानदेय से कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और यह उनके लिए प्रोत्साहन का काम करेगा।
परिवहन निगम ने संविदा चालकों और परिचालकों के लिए नवीन उत्तम प्रोत्साहन योजना की शुरुआत भी की है। यह योजना कर्मचारियों को अधिक प्रेरित और उत्पादक बनाने के उद्देश्य से लाई गई है।
दुर्घटना मुक्त रिकॉर्ड आवश्यक है।
पहले लागू नवीन उत्कृष्ट योजना के तहत 78,000 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी। अब इसे घटाकर 66,000 किलोमीटर कर दिया गया है। यह बदलाव कर्मचारियों के लिए राहत लेकर आया है।
रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद (उत्तर प्रदेश) के महामंत्री गिरीश चंद्र मिश्र और संविदा चालक-परिचालक संघर्ष यूनियन के महामंत्री कन्हैया लाल पांडेय ने इस निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला संविदा कर्मियों के प्रति सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाता है।
इस वृद्धि के बाद संविदा चालकों और परिचालकों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। यह कदम कर्मचारियों को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगा। साथ ही, परिवहन निगम के प्रति उनका विश्वास और निष्ठा भी बढ़ेगी।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम का यह फैसला संविदा चालकों और परिचालकों की मेहनत को मान्यता देने का प्रतीक है। बढ़ा हुआ मानदेय और नई प्रोत्साहन योजना दोनों ही कर्मचारियों के लिए लाभकारी साबित होंगे। यह कदम रोडवेज के कार्य संचालन को और प्रभावी बनाने में भी सहायक होगा।
Published on:
11 Jan 2025 12:25 pm
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