
सम्मेलन का उपयोग अपने ज्ञान व विशेषज्ञता को बढ़ाने के लिए करें-राज्यपाल
लखनऊ , उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने अटल बिहारी वाजपेई साइन्टफिक सेंटर, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ में इण्डियन सोसाइटी आॅफ रेडियोग्राफर्स एण्ड टेक्नोलाॅजिस्ट के पांचवे राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एम0एल0बी0 भट्ट, डाॅ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डाॅ0 दीपक मालवीय, सोसाइटी के अध्यक्ष ए0 सेलवा कुमार, लखनऊ एकेडमी क्लब के अध्यक्ष डाॅ0 धनन्जय कुमार सिंह सहित अन्य चिकित्सक, विशेषज्ञ व रेडियोग्राफी के टेक्निकल स्टाफ उपस्थित थे।
राज्यपाल ने रेडियोग्राफर एण्ड टेक्नोलाॅजिस्ट द्वारा आयोजित सम्मेलन में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सम्मेलन का उपयोग अपने ज्ञान व विशेषज्ञता को बढ़ाने के लिए करें। अपने व्यवसाय से जुड़ी अद्यतन जानकारी को रोगी हित में निरन्तर बढाते रहें। नये उपकरणों की सही जानकारी होना तथा सही रिपोर्ट निकालने में रेडियोग्राफर्स एवं टेक्नोलाॅजिस्ट की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होती है। रिपोर्ट के आधार पर ही चिकित्सक रोगी का सही इलाज करते है। उन्होंने कहा कि रेडियोलाॅजी से होने वाले गम्भीर असर की जानकारी होना भी आवश्यक है।
राम नाईक ने कहा कि देश की आजादी के बाद हर क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है। बहुत तरक्की के बाद भी समस्याओं का अम्बार है। गरीबों को आधुनिक आरोग्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। धन के अभाव में रोगी तथा उसके परिजनों को अपनी सम्पत्ति बेचनी न पड़े या साहूकारों से कर्ज न लेना पड़े, ऐसे परिवारों के दुख को समझते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विगत माह में ‘आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र से जुुड़े लोगों की यह जिम्मेदारी है कि इस योजना का लाभ गरीबों तक पहुंचाने में योगदान करें।
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एम0एल0बी0 भट्ट ने कहा कि रेडियोग्राफर्स एवं टेक्नोलाॅजिस्ट की सेवाएं महत्वपूर्ण हैं। इस सेवा के विकास के लिए कौशल विकास एवं प्रशिक्षण अत्यन्त जरूरी है। उन्होंने कहा कि पूरी लगन से किया गया कार्य उच्च कोटि का परिणाम देता है।
राज्यपाल ने इस अवसर पर रेडियोलाॅजी में उत्कृष्ट कार्य करने वाले डाॅ0 धनन्जय कुमार सिंह, विनोद सिंह, पंकज सिंह, रजनीश श्रीवास्तव, विवेक राय व अन्य लोगों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया। राज्यपाल ने रेडियोलाॅजी से जुड़े लोगों की व्यवसायिक कठिनाई पर आश्वासन देते हुए कहा कि राजभवन के दरवाजे खुले हैं, जो भी समस्या होगी, यदि उनको कोई प्रत्यावेदन मिलेगा तो आवश्यकतानुसार केन्द्र और राज्य सरकार से विचार करेंगे। कार्यक्रम में अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखे। राज्यपाल ने इस अवसर पर एक स्मारिका का विमोचन भी किया।
Published on:
27 Oct 2018 09:13 pm
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