
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक लंबी बहस छिड़ी हुई है। मुद्दा है टोल टैक्स का। क्या बाइक का टोल लगता है? क्या अब बाइक का भी टोल देना पड़ेगा? यह सवाल पूरे सोशल मीडिया पर घूम रहे हैं। इन सवालों के जवाब हैं जी हां… लेकिन टोल सिर्फ एक्सप्रेस-वे पर लगता है न कि हाईवे पर। हाइवे पर बाइक से सफर करने पर एक भी रुपए का टोल नहीं लगता है। अगर आप एक्सप्रेस-वे पर सफर करेंगे तो आपको टोल देना होगा। आइए जानते हैं यूपी के किन एक्सप्रेस - वे पर सफर कर सकते हैं और किन पर नहीं।
यमुना एक्सप्रेसवे, लगभग 165 किलोमीटर लंबा, ग्रेटर नोएडा को आगरा से जोड़ता है। इस पर मोटरसाइकिल चलाने की अनुमति है, हालांकि इसके लिए निर्धारित टोल का भुगतान करना होता है।
यमुना एक्सप्रेस-वे पर मोटरसाइकिल के लिए टोल दरें प्रति किलोमीटर के हिसाब से लागू होती हैं, और ये दरें अक्टूबर 2024 से बढ़ाई गई हैं। दोपहिया वाहनों (मोटरसाइकिल), तिपहिया वाहनों और रजिस्टर्ड ट्रैक्टरों के लिए टोल दर लगभग ₹1.50 प्रति किलोमीटर है। यदि आप ग्रेटर नोएडा से आगरा तक पूरे 165 किलोमीटर की यात्रा करते हैं, तो कुल टोल लगभग ₹247.50 (₹1.50 x 165 किमी) होगा। ये दरें 1 अक्टूबर 2024 से प्रभावी हुई हैं। यह दरें तीन साल के अंतराल के बाद बढ़ाई गई हैं। एक्सप्रेस-वे पर तीन मुख्य टोल प्लाजा हैं जहां टोल एकत्र किया जाता है। (Source - yamunaexpresswayauthority)
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के सबसे महत्वपूर्ण सड़क मार्गों में से एक है, 302 किलोमीटर लंबा यह 6-लेन एक्सप्रेस-वे है। यह एक्सप्रेसवे आगरा में यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ता है, जिससे दिल्ली-एनसीआर से सीधा और तेज़ संपर्क बनता है।
बाइकर्स के लिए अच्छी खबर यह है कि इस एक्सप्रेसवे पर मोटरसाइकिल चलाने की अनुमति है। हालांकि, उन्हें ₹330 का टोल देना होता है और गति सीमा 80 किमी/घंटा का सख्ती से पालन करना होता है। यह दरें 01 अप्रैल 2025 से लागू हैं।
इस टेबल के माध्यम से समझिए... 1 से 17 तक नंबर : हर पंक्ति और कॉलम एक्सप्रेसवे के एक इंटरचेंज (यानी चढ़ने या उतरने के स्थान) को दर्शाते हैं जो आंकड़े दिए गए हैं वो दर्शाते हैं कि एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक जाने पर कितना टोल लगेगा। उदाहरण के लिए आप समझिए अगर प्वाइंट 1 से 2 तक गए तो 25... प्वाइंट 3 तक गए तो 65 और प्वाइंट 4 तक गए तो... 90 इसी के साथ अगर आप अगर सबसे लास्ट प्वाइंट पर उतरते हैं तो आपको कुल 330 रुपए देने पड़ेंगे।
लगभग 340.8 किलोमीटर की लंबाई के साथ, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ को गाजीपुर से जोड़ता है। यह उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से को राज्य की राजधानी से जोड़कर क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बनाया गया है। यह राज्य के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे में से एक है, जो पूर्वी यूपी में व्यापार, कृषि और पर्यटन के लिए नए अवसर पैदा करता है। इस पर भी मोटरसाइकिल सहित विभिन्न वाहनों को चलाने की अनुमति है, और टोल शुल्क लागू है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, जिसकी लंबाई लगभग 296 किलोमीटर है, चित्रकूट को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (इटावा के पास) से जोड़ता है। यह एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास को गति देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो ऐतिहासिक रूप से कनेक्टिविटी के मामले में पिछड़ा हुआ था। यह क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा और रोजगार के अवसर पैदा करेगा। यमुना और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की तरह, इस पर भी मोटरसाइकिलें चल सकती हैं, और टोल का भुगतान करना होता है।
लगभग 91.35 किलोमीटर लंबा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (आजमगढ़ के पास) से जोड़ता है। यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर क्षेत्र को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के माध्यम से सीधे लखनऊ और दिल्ली से जोड़ेगा, जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश में व्यापार, पर्यटन और सामाजिक-आर्थिक विकास को और बढ़ावा मिलेगा। यह एक अपेक्षाकृत नया एक्सप्रेसवे है जिस पर मोटरसाइकिलें चल सकती हैं और टोल लगता है।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway - DME): यह एक प्रमुख एक्सप्रेसवे है जो दिल्ली को मेरठ से जोड़ता है। इस पर दोपहिया वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित है। नियम तोड़ने पर भारी जुर्माना (₹20,000 तक) लग सकता है।
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (Eastern Peripheral Expressway - EPE): यह दिल्ली के चारों ओर बना है और यूपी के कुछ हिस्सों से होकर गुजरता है (जैसे गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर)। इस पर भी दोपहिया वाहनों, तिपहिया वाहनों और धीमी गति से चलने वाले अन्य वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway - DME): हालांकि यह एक्सप्रेसवे मुख्य रूप से दिल्ली और मुंबई को जोड़ता है, इसका एक बड़ा हिस्सा उत्तर प्रदेश (और अन्य राज्यों) से होकर गुजरता है। यह देश के सबसे नए और हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे में से एक है, और इस पर भी मोटरसाइकिल सहित दोपहिया वाहनों को अनुमति नहीं है।
जिन एक्सप्रेस-वे पर बाइक चलाने की अनुमति है। उस पर किसी भी क्षमता की बाइक चला सकते हैं। ऐसा कोई नियम नहीं है कि आप सिर्फ इतनी CC की बाइक ही चला सकते हैं या एक्सप्रेस वे पर चलने के लिए आपके पास सुपर बाइक ही हो। अब तक ऐसा कोई प्रावधान नहीं बना है। छोटी 100cc की बाइक से लेकर बड़ी सुपरबाइक तक, सभी को अनुमति है।
सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लिखा, 'कुछ मीडिया हाऊसेस द्वारा दो-पहिया (Two wheeler) वाहनों पर टोल टैक्स लगाए जाने की भ्रामक खबरें फैलाई जा रही है। ऐसा कोई निर्णय प्रस्तावित नहीं हैं। दो-पहिया वाहन के टोल पर पूरी तरह से छूट जारी रहेगी। बिना सच्चाई जाने भ्रामक खबरें फैलाकर सनसनी निर्माण करना स्वस्थ पत्रकारिता के लक्षण नहीं है। मैं इसकी निंदा करता हूं।
सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के ट्वीट के बाद लोग सोशल मीडिया पर यमुना एक्सप्रेस-वे पर लिए गए टोल-टैक्स की पर्ची शेयर करने लगे।
Updated on:
27 Jun 2025 01:12 pm
Published on:
26 Jun 2025 08:10 pm
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