
सितंबर से लगेगा जोरदार झटका, महंगी होगी बिजली
लखनऊ. बिजली उपभोक्ताओं को सितंबर महीने से ज्यादा बिजली का बिल देना पड़ सकता है। बढ़ोत्तरी प्रस्ताव पर सुनवाई के बाद राज्य विद्युत नियामक आयोग (Electricity Regulatory Commission) ने नई बिजली दरों की प्रक्रिया पर काम शुरू कर दिया। आयोग द्वारा दरों की घोषणा के बाद पॉवर कॉरपोरेशन उसे एक हफ्ते में लागू कर सकता है। नए टैरिफ में घरेलू, ग्रामीण, व्यावसायिक और इंडस्ट्री सभी तरह के उपभोक्ताओं की दरों में बढ़ोत्तरी की जा सकती है। हालांकि इसमें सबसे ज्यादा बढ़ोतरी घरेलू उपभोक्ताओं की दरों में होने की उम्मीद है। बिजली कंपनियों की तरफ से दिए गए प्रस्ताव में शहरी घरेलू उपभोक्ताओं की 0-150 यूनिट की स्लैब की बिजली दर 6.20 रुपये प्रति यूनिट करने का प्रस्ताव दिया गया है।
यह है प्रस्ताव
बता दें कि कॉरपोरेशन ने आयोग को घरेलू बिजली 6.20 से 7.50 रुपये और व्यावसायिक श्रेणी की दरें 8.85 रुपये प्रति यूनिट तक रखने का प्रस्ताव दिया। उद्दोग जगत की बिजली भी 10 से 15 प्रतिशत तक महंगी किए जाने का प्रस्ताव है। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत नियामक आयोग इस पर जल्द फैसला करेगा।
हड़बड़ी में न बढ़ाए दर
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने नई बिजली दरें तय करने में हड़बड़ी न करने की बात कही है। परिषद अध्यक्ष ने बिजली दरें बढ़ाने के विरोध में दाखिल की गई शिकायतों का परीक्षण करने के बाद ही निर्णय लेने की जरूरत बताई है।
रेग्युलेटरी सरचार्ज हो सकता है खत्म
नए टैरिफ ऑर्डर में रेग्युलेटरी सरचार्ज खत्म हो सकता है। वर्तमान समय में उपभोक्ताओं को 4.28 प्रतिशत का रेग्युलेटरी सरचार्ज देना पड़ता है। नियामक आयोग रेग्युलेटरी सरचार्ज को खत्म कर सकता है। इसके अलावा समय पर बिजली बिल जमा करने वाले उपभोक्ताओं को मिलने वाली छूट में बढ़ोतरी भी नए टैरिफ ऑर्डर में की जा सकती है।
Published on:
25 Aug 2019 05:15 pm
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