
उत्तराखंड के हल्द्वानी में अतिक्रमण के खिलाफ पुलिस-प्रशासन के कड़े ऐक्शन के बाद लोगों का भी रिऐक्शन हुआ है। अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करके वापस लौटती पुलिस कर्मियों पर कुछ उपद्रवियों ने पेट्रोल बम से हमला कर दिया। लेकिन गनीमत रही कि इस हमले से पुलिसकर्मी बाल-बाल बचे।
मदरसा तोड़ने का हुआ विरोध
हल्द्वानी में नजूल भूमि पर बने मदरसा और धार्मिक स्थल को तोड़ने के विरोध में गुरुवार 8 फरवरी को जमकर बवाल हुआ। उपद्रवियों ने वनभूलपुरा पुलिस स्टेशन में आग लगा दी। क्षेत्र की हर गली-मोहल्ले में खड़े दोपहिया वाहनों को भी आग के हवाले कर फूंक दिया। करीब 3 घंटे तक हर घर की छत से पत्थर और ईंटें पुलिसकर्मियों पर लगातार बरसते रहे।
जानबचाकर भागना पड़ा
इस हिंसक बवाल के बीच प्रशासन और नगर निगम के अधिरारियों को जान बचाकर भागना पड़ा। सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट और कर अधीक्षक महेश पाठक की अगुवाई वाली टीम गुरुवार शाम करीब 4 बजे जेसीबी और अन्य वाहन लेकर वनभूलपुरा पहुंची।
यहां मलिक का बगीचा क्षेत्र में नजूल भूमि पर बने एक मदरसे उसके साथ धार्मिक स्थल को ध्वस्त किया जाना था। बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में अधिकारियों और नगर निगम की टीमें भी पहुंचीं। यहां चारों तरफ की हर गली और मोहल्ले में सैकड़ों की संख्या में युवा और महिलाओं ने पहुंचकर कार्रवाई का विरोध करना शुरू कर दिया।
कार्रवाई शुरु होते ही घर से बरसने लगे पत्थर
पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर विरोध कर रहीं महिलाओं और युवाओं को रोकने की कोशिश की। दूसरी तरफ कई थाने के प्रभारियों ने कार्रवाई रोकने पहुंचे लोगों को बातचीत कर मनाने की कोशिश की। करीब एक घंटे बाद बड़ी मुश्किल से उपद्रवियों को पीछे खदेड़कर चार जेसीबी मौके पर पहुंचाई गईं।
अतिक्रमण स्थल को घेरकर खड़े लोगों को पुलिस ने बल प्रयोग करके पीछे हटाया। लेकिन जेसीबी ने जैसे ही निर्माण तोड़ना शुरू किया। उन पर हर एक गली और घरों की छत से पत्थरबाजी शुरू हो गई। उपद्रवियों ने एक गली में नगर निगम का ट्रैक्टर भी फूंक दिया।बवाल बढ़ता देख एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा और एसपी सिटी हरबंश सिंह को अतिरिक्त फोर्स के साथ मौके पर पहुंचना पड़ा। इस बवाल में पुलिस के सीओ ऑपरेशन समेत 30-40 पुलिसकर्मी चोटिल हुए हैं।
Published on:
09 Feb 2024 10:55 am
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